कल खुलेगा बैजनाथ का मंदिर, एसडीएम ने दिए निर्देश
punjabkesari.in Thursday, Sep 10, 2020 - 12:55 PM (IST)

पपरोला (गौरव) : प्रदेश सरकार के निर्देशानुसार धार्मिक स्थलों को 10 सिंतबर से खोलने के दिशा निर्देशों के चलते जिला प्रशासन ने मंदिरों को खोलने बारे अधिसूचना देर सायं जारी होने के कारण वीरवार को उपमण्डल के दो प्रमुख मंदिरों में ऐतिहासिक शिव मंदिर व महाकाल मंदिर नहीं खोले गए। वीरवार सुबह मंदिर सहायुक्त एवं एसडीएम छवि नांटा, मंदिर अधिकारी एवं तहसीलदार पवन कुमार ने न्यास सदस्यों में अनिल शर्मा, संदीप गर्ग, अनिल अवस्थी, गोपाल पाधा, अमन सूद, चंद्र रावत, ओंकार सूद, मंदिर पुजारी व कर्मचारियों को जरूरी दिशा निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं के लिए मंदिर के बाहर दो गेटों को खोला जाएगा। एक गेट से प्रवेश तथा दूसरे गेट से श्रद्धालुओं को वापिस भेजा जाएगा। प्रत्येक श्रद्धालु का थर्मल स्कैन जांचने के बाद हाथों को सैनिटाइज करने के बाद मंदिर के मुख्य गेट में प्रवेश कर पाएंगे।
किसी भी श्रद्धालुओं को गर्भ गृह में जाने की आज्ञा नहीं होगी। श्रद्धालुओं द्वारा किसी प्रकार का प्रसाद नहीं चढ़ाया जाएगा। श्रद्धालुओं को भगवान भोले के दर्शन दूर से करने होंगे तथा दूसरे गेट से बाहर जाएंगे। श्रद्धालुओं के लिए मंदिर प्रातः 7 बजे से सायं 6 बजे तक दर्शनों के लिए खुला रहेगा तथा तीन समय की आरती केवल पुजारी ही करेंगे। आरती के समय में कोई भी श्रद्धालु व न्यास सदस्य मंदिर में प्रवेश नहीं कर पाएंगे। उन्होंने कहा कि 65 वर्ष या इससे ऊपर आयु के व्यक्ति विभिन्न बीमारियों से ग्रसित लोग गर्भवती महिलाएं व 10 वर्ष से कम आयु के बच्चे मंदिर में ना जाएं। उन्होंने कहा कि सभी लोगों को सामाजिक दूरी रखना अनिवार्य होगा तथा मुंह पर मास्क पहना सभी के लिए अनिवार्य होगा। खुले में थूकने की सख्त मनाही, खांसते छींकते समय अपनी बाजू, रुमाल, टिशू पेपर आदि का प्रयोग करें।
प्रशासन इसके साथ ही भाषा एवं संस्कृति विभाग द्वारा जारी एसओपी का पालन करना अनिवार्य रहेगा। जिसकी सभी को एतिहात बरतनी अनिवार्य रहेगी व दिशा निर्देशों की अवहेलना करने पर कड़ी कार्यवाही अमल में लाए जाएगी। उधर, मंदिर सहायुक्त एवं एसडीएम बैजनाथ छवि नांटा ने बताया कि जिला प्रशासन के दिशानिर्देशों के बाद मंदिरों को खोलने की अधिसूचना जारी हुई है व स्थानीय प्रशासन तैयारियों के बाद ही शुक्रवार प्रातः 7 बजे से सायं 6 बजे तक मंदिर के कपाट खुलेंगे। इसके अलावा भाषा एवं संस्कृति विभाग की ओर से जारी एसओपी के तहत अंदर भीड़ जमा करने की मनाही है। भजन कीर्तन करने पर सख्त मनाही होगी, प्रसाद बांटने व चढ़ाने पर पूर्ण प्रतिबंध होगा। उन्होंने कहा पिछले स्वरूप की भांति इस बार महाकाल में अंतिम शनिवार मेला नहीं मनाया जा सकेगा।