बीजेपी सरकार की बेकार शिक्षा नीति ने बढ़ाई बेरोजगारी : राणा

punjabkesari.in Sunday, Nov 14, 2021 - 04:53 PM (IST)

सुजानपुर : हर पल सुजानपुर की जनता को अपनेपन का एहसास करवाने वाले प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष एवं सुजानपुर के विधायक राजेंद्र राणा स्थानीय वासियों के दुख-सुख में शरीक रहते हैं। शायद नेता और जनता के बीच का यही अटूट नाता राणा को राजनीति में औरों से जुदा दर्शाता व बताता है। रविवार 14 नवंबर छुट्टी के बावजूद विधायक राजेंद्र राणा री ग्राम पंचायत द्वारा आयोजित महिला मंडल सम्मान समारोह में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे हुए थे। इस दौरान उन्होंने 9 महिला मंडलों को एक-एक टैंट व 12-12 हजार रुपये की राशि देकर सम्मानित व समाज सेवा के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि जिस समाज में महिला शक्ति का सम्मान रहता है, उस समाज के परिवारों में हर स्तर पर एक नई क्रांति घटित होती है। वह चाहे शिक्षा का मामला हो या स्वास्थ्य का क्षेत्र हो, महिला को ही प्रकृति ने एक ऐसी दिव्य शक्ति प्रदान की है कि वह हर दम समाज को समृद्ध व शिक्षित करके लगातार आगे बढ़ाने में अति महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।

इसी दौरान ग्राम पंचायत बैरी में पटवारी न होने की समस्या को लेकर एक प्रतिनिधि मंडल राणा से मिला। राणा ने समस्या को जल्द हल करवाने का आश्वासन दिया। क्योंकि बैरी में पटवारी न होने के कारण जनता को जमीन संबंधी काम करवाने के लिए मीलों दूर बजरोल में जाना पड़ता है। राणा ने बीजेपी की सरकार को नाकाम बताते हुए कहा कि सरकार का पूरा ध्यान सत्ता को बनाने व बचाने पर फोक्स है। जिस कारण से अब प्रदेश में शिक्षा का मकसद ही भटक कर रह गया है। राणा ने कहा कि आलम यह है कि अब प्रदेश में दी जाने वाली शिक्षा बेरोजगारी का सबब बनने लगी है। जबकि सरकार पहले ही लाखों नौजवानों को बेरोजगारी की ओर धकेलने में लगी है। उन्होंने कहा कि इंजीनियरिंग कॉलेजों में शिक्षा की दुर्दशा का यह नतीजा है कि प्रदेश में 2 हजार से ज्यादा सीटें विभिन्न सरकारी व प्राइवेट कॉलेजों में खाली रही हैं। क्योंकि नौजवानों को लग रहा है कि प्रदेश में दी जाने वाली शिक्षा अब रोजगार देने में नाकाम है।

प्रदेश के 16 इंजीनियरिंग कॉलेजों में हजारों सीटें इस सत्र में खाली रही हैं। जबकि 13 निजी कॉलेजों का हाल इससे भी बुरा है। विभिन्न ट्रेडों में खाली रही यह सीटें बता रही हैं कि अब प्रदेश के नौजवानों को प्रदेश द्वारा दी जा रही शिक्षा पर कोई भरोसा नहीं है। क्योंकि आखिर पढ़-लिख कर भी लाखों रुपये खर्चने के बाद अगर युवाओं को बेरोजगार ही रहना है तो उस शिक्षा का कोई लाभ नहीं है। राणा ने कहा कि बेरोजगारी को लेकर अगर सरकार का यही रवैया रहा तो शिक्षा में अव्वल हिमाचल का मोह जल्दी ही शिक्षा से भंग हो जाएगा। उन्होंने कहा कि बेरोजगारी की बदहाली यह है कि अब हर घर में कम से कम एक या दो शिक्षित युवा बेरोजगारी से जूझते हुए गहरे तनाव व दबाव में जीने को लाचार हैं। इस दौरान उपप्रधान जसवीर सिंह, जिला परिषद सुमन देवी, पूर्व प्रधान अशोक कुमार, पूर्व उपप्रधान विनोद डडवाल, पूर्व जिला परिषद बक्शी राम, ब्लॉक अध्यक्ष कैप्टन ज्योति प्रकाश, सर्वकल्याणकारी संस्था के जिला अध्यक्ष लेख राज ठाकुर, महासचिव डॉ. अशोक राणा, जिला महासचिव जोगिंदर ठाकुर, रिंपल देवी अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
 


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Content Writer

prashant sharma

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