सैप्टिक टैंक में गिरकर बच्ची की मौत मामला : परिजनों ने पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की जांच पर उठाए सवाल

Tuesday, Feb 11, 2020 - 07:27 PM (IST)

ऊना (अमित): सिविल अस्पताल दौलतपुर में सैप्टिक टैंक में गिरने से हुई अढ़ाई वर्षीय बच्ची की मौत मामले में परिजन स्वास्थ्य विभाग और पुलिस की कार्रवाई से संतुष्ट नहीं हैं। बता दें कि डंगोह गांव के भूपिंदर और कमलेश अपनी अढ़ाई बर्षीय बच्ची परी की 24 जनवरी को अस्पताल के सैप्टिक टैंक में गिरकर मौत गई थी, जिसके बाद पुलिस ने इस मामले में अस्पताल में कार्य कर रहे एक दिहाड़ीदार प्लम्बर को आरोपी बनाया था लेकिन जब पुलिस की जांच पर सवाल उठे तो एसपी ऊना ने डीएसपी अम्ब को जांच का जिम्मा सौंपा और 15 दिन में रिपोर्ट सबमिट करने को कहा था लेकिन अभी तक इस मामले में जांच ही पूरी नहीं हुई है।

मृतक बच्ची के परिजनों ने स्वास्थ्य विभाग और पुलिस की अब तक की जांच पर असंतुष्टि जाहिर करते हुए कहा कि इस पूरे मामले में अस्पताल प्रशासन की लापरवाही है लेकिन उसे बचाने का प्रयास किया जा रहा है और सारी जिम्मेदारी एक प्लम्बर पर डाली जा रही है। वहीं मृतक बच्ची की मां ने अपनी बेटी को इन्साफ के लिए अस्पताल में धरना देने का मन बना लिया है।

स्वास्थ्य विभाग के सीएमओ डॉ. रमन कुमार का कहना है कि मामला सामने आने के बाद जांच की गई थी और जांच में पाया गया कि प्लंबर ने सैप्टिक टैंक की रिपेयर के बाद उसे ठीक से नहीं ढका, जिस कारण यह हादसा पेश आया। सीएमओ भी मानते हैं कि इस मामले में कहीं न कहीं अस्पताल प्रशासन की भी लापरवाही है। उधर, एएसपी ऊना विनोद धीमान ने कहा कि इस मामले एफआईआर दर्ज की गई है और परिजनों के जांच से संतुष्ट न होने के चलते मामले की जांच का जिम्मा डीएसपी अम्ब को सौंपा गया है। एएसपी ने कहा कि पुलिस इस मामले में गहनता से जांच कर रही है।

Vijay