बाबा अमरदेव मामला: आई.जी. की रिपोर्ट तय करेगी भविष्य

Thursday, May 18, 2017 - 10:31 AM (IST)

सोलन: हिमाचल के बहुचर्चित रामलोक मंदिर और बाबा अमरदेव प्रकरण की जांच आईजी दक्षिण रेंज ने शुरू कर दी है। आई.जी. जहूर हैदर जैदी ने बुधवार को इस मामले में जहां 22 लोगों के बयान कलमबद्ध किए, वहीं श्रीराम लोक मंदिर का भी निरीक्षण किया। इसके अलावा सरकारी भूमि पर हो रहे मंदिर के अवैध निर्माण को लेकर राजस्व विभाग के रिकॉर्ड को भी खंगाला। आई.जी. द्वारा इस पूरे मामले की एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार की जाएगी जिससे सरकार को भेजा जाएगा। इस रिपोर्ट के आधार पर ही बाबा का भविष्य तय होगा। वह मंदिर में रहेंगे या नहीं, सरकार इस पर फैसला आई.जी. की रिपोर्ट मिलने के बाद ही करेगी। इसको लेकर कंडाघाट क्षेत्र की 22 पंचायतों ने मोर्चा खोला हुआ है। वहां पर माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है। 22 पंचायतों के लोग बाबा को यहां से बाहर निकालने पर अड़े हुए हैं।


लोगों की नाराजगी को देखते हुए सरकार ने आई.जी. को जांच के दिए आदेश
इस मामले को लेकर लोगों की बढ़ती हुई नाराजगी को देखते हुए सरकार ने आई.जी. को भी इस मामले में जांच करने के आदेश दिए हैं। मामले की जांच करने के लिए आई.जी. जहूर हैदर जैदी बुधवार सुबह करीब 11.15 बजे तुंदल पंचायत घर में पहुंचे। उनके साथ एस.पी. अंजुम आरा व डी.एस.पी. अमित शर्मा भी थे। उन्होंने पंचायत प्रधान प्रवीण, उपप्रधान योगेश, श्रीराम लोक मंदिर के अध्यक्ष लक्ष्मी सिंह व उपाध्यक्ष ज्ञान सिंह ठाकुर सहित 22 स्थानीय लोगों के बयान कलमबद्ध किए। उन्होंने दोनों पक्षों के बयान लिए। उन्होंने इस दौरान 26 अप्रैल को मंदिर में हुए प्रकरण व बाबा के बारे में लोगों से जानकारी हासिल की। बाबा रूढ़ा में कहां से आए और उन्हें कौन लेकर आया इस बारे में पूरी जानकारी लेने के बाद वह करीब पौने 2 बजे मंदिर परिसर में पहुंच गए।


मंदिर में खड़ी महंगी गाड़ियां
उन्होंने वहां पर सबसे पहले घटनास्थल का निरीक्षण किया। इसके बाद उन्होंने कानूनगो सुभाष शर्मा से सरकारी भूमि पर अवैध रूप से बनाए जा रहे मंदिर को लेकर भी पूछताछ की। कानूनगो ने बताया कि सरकार ने 19 बिस्वा भूमि पंचायती राज विभाग को सामुदायिक भवन के निर्माण के लिए दी थी जिस पर मंदिर का निर्माण हो गया है। इसके अलावा 4.07 बीघा भूमि पर अवैध रूप से मंदिर का ही निर्माण किया जा रहा है। इसको लेकर राजस्व अधिनियम 1954 की धारा 163 के तहत मंदिर कमेटी व बाबा के खिलाफ नोटिस जारी किया गया है। इसके बाद उन्होंने मंदिर में खड़ी महंगी गाड़ियां, मंदिर में लगी सभी मूर्तियां व बाबा की कुटिया का भी निरीक्षण किया।  


बाबा को अस्पताल से मिली छुट्टी
आईजीएमसी अस्पताल में स्वास्थ्य लाभ रहे बाबा अमरदेव को छुट्टी दे दी गई है। अमरदेव बीते करीब दो सप्ताह से अस्पताल में दाखिल थे। इनका इलाज अस्पताल के वीआईपी रूम में पुलिस के कड़े पहरे में चल रहा था। कुछ दिन पहले मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह भी इनका कुशलक्षेम पूछने आए थे। अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक डा. रमेश ने कहा कि बुधवार को डाक्टरों के परामर्श पर  बाबा अमरदेव को छुट्टी दे दी गई है।