कुर्की के आदेशों से सहमे बैंक डिफाल्टरों ने की जेब ढीली

Saturday, May 20, 2017 - 02:18 PM (IST)

कुल्लू: प्रॉपर्टी की कुर्की के आदेशों से सहमे डिफाल्टरों ने जेब ढीली करनी शुरू कर दी है। 163 बैंक डिफाल्टरों से 1.92 करोड़ रुपए की वसूली हो गई और करीब एक करोड़ की वसूली शेष रह गई है। इस शेष राशि के भी जल्द बैंकों में आने के आसार हैं। एस.डी.एम. कोर्ट कुल्लू में चल रहे बैंक डिफाल्टरों से संबंधित पिछले वित्त वर्ष के 163 मामलों में एस.डी.एम. रोहित राठौर ने फैसले दिए हैं। कुर्की के आदेशों से सहमे डिफाल्टरों ने पहली भारी किस्तों में बड़ी राशि का भुगतान किया।


वसूली से बैंक प्रबंधनों ने भी ली राहत की सांस
4 दिन पहले 15 मई को लीड बैंक कार्यालय कुल्लू द्वारा एस.डी.एम. को सौंपी गई सूची में 1.92 करोड़ विभिन्न बैंकों में जमा होने का हवाला दिया गया है। चालू वित्त वर्ष में 150 विचाराधीन मामलों में फैसले आ सकते हैं। अकेले भारतीय स्टेट बैंक की कुल्लू शाखा में ही 12 डिफाल्टरों ने 90 लाख रुपए का भुगतान किया है। इसके अलावा पंजाब नैशनल बैंक, कांगड़ा सैंट्रल को-आप्रेटिव बैंक, ग्रामीण बैंक, यूको बैंक, केनरा बैंक व एक्सिस बैंक सहित अन्य बैंकों में भी ऋण की राशि वापस होने पर पैसा आया। एस.डी.एम. कोर्ट के डिफाल्टरों के खिलाफ आए फैसलों के बाद हुई वसूली से बैंक प्रबंधनों ने भी राहत की सांस ली है।


इसलिए जारी हुए थे ये ऋण
बैंकों से उपभोक्ताओं ने कृषि कार्यों, गृह निर्माण व स्वरोजगार सहित अन्य कार्यों के लिए ऋण लिए थे। लंबे समय से ऋणों का भुगतान न होने पर उपभोक्ताओं को बैंकों द्वारा डिफाल्टर घोषित किया गया। इसके बाद बैंकों की ओर से एस.डी.एम. कोर्ट में इसके खिलाफ मामले दायर हुए। उन्हीं मामलों की सुनवाई करते हुए उन्होंने 163 मामलों में फैसले दिए। उधर, विभागीय कार्रवाई को लेकर जिला के सभी डिफाल्टरों में हड़कंप की स्थिति है।


150 मामलों में हो सकता है निर्णय 
कुल्लू के एस.डी.एम. रोहित राठौर ने कहा कि 163 मामलों में फैसले दिए जाने के बाद 1.92 करोड़ रुपए बैंकों में जमा हो गए हैं। चालू वित्त वर्ष में विचाराधीन 150 मामलों में निर्णय हो सकते हैं। मुझे 4 दिन पहले ही लीड बैंक कार्यालय ने वसूली से एकत्रित हुई राशि के संदर्भ में सूची उपलब्ध करवाई है।