विधानसभा चुनाव 'महाकुंभ' के लिए डोर-टू-डोर प्रचार शुरू

Wednesday, Nov 08, 2017 - 03:26 PM (IST)

शिमला: हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव 'महाकुंभ' के लिए डोर-टू-डोर प्रचार शुरू हो गया है। मंगलवार शाम 5 बजे से चुनाव प्रचार थम गया था। अब प्रत्याशी डोर टू डोर प्रचार कर सकते हैं। यदि कोई प्रत्याशी चाहे तो वों अपने साथ 4 अन्य लोगों को लेकर प्रचार कर सकता है। केंद्रीय चुनाव आयोग के निर्देशानुसार 5 से ज्यादा लोग इकट्टठे नहीं चल पाएंगे। यदि कोई प्रत्याशी ऐसा करता है, तो उसे चुनाव आचार संहिता का उलंघन और धारा 144 तोड़ने का दोषी माना जाएगा। धारा-144 मतदान संपन्न होने तक लगी रहेगी। लेकिन इस दौरान दूसरे चुनाव क्षेत्र का कोई भी नेता या फिर दूसरे राज्य का नेता भी प्रचार नहीं कर पाएगा। वीरवार को ई.वी.एम. में 337 प्रत्याशियों की तकदीर कैद होगी और 50 लाख मतदाता करेंगे मतदान। 


सुजानपुर में डोर-टू-डोर प्रचार करने पहुंचे धूमल
बीजेपी के सीएम उम्मीदवार प्रेम कुमार धूमल ने अपनी विधानसभा सीट सुजानपुर में डोर-टू-डोर प्रचार शुरू किया। उन्होंने लोगों के घर-घर जाकर वोट मांगे। वहीं धूमल के पक्ष में कई लोग इकट्ठा हुए। उन्हें काफी लोगों का साथ मिल रहा है। प्रचार के दौरान लोगों ने उन्हें जीत की दुआएं दी। 


अर्की में वोट मांगने पहुंचे वीरभद्र सिंह
सोलन जिला के तहत आने वाले अर्की में मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह डोर-टू-डोर कंपेनिंग करने पहुंचे। यहां लोगों से उन्होंने वोट मांगे। इस दौरान उनके पक्ष में काफी लोग दिखे। अर्की पहुंचने पर वीरभद्र का लोगों ने स्वागत किया। 


ऊना में डोर-टू-डोर कंपेनिंग करने पहुंचे सतपाल सत्ती
बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सतपाल सत्ती पोलिंग से एक दिन पहले ऊना सदर विधानसभा क्षेत्र के विभिन्न गांवों में डोर-टू-डोर कंपेनिंग करने पहुंचे। उन्होंने इस दौरान लोगों से वोट मांगे। उन्होंने 50 से अधिक सीटें जीतकर प्रदेश में बीजेपी की सरकार बनने का दावा भी किया। उल्लेखनीय है कि 25 दिन तक गूंजी स्पीकरों की आवाज थमने के बाद अब प्रत्याशी घर-घर जाकर वोट और स्पोर्ट की मांग कर रहे हैं। सत्ती तीन चुनावों से ऊना सदर का बतौर विधायक प्रतिनिधित्व कर रहे हैं और चौथी बार फिर चुनाव मैदान में कूदे हैं। 


136 मतदान केंद्रों के लिए पोलिंग पार्टियां रवाना
चुनाव विभाग के मुताबिक साथ लगते 136 मतदान केंद्रों के लिए बुधवार को पोलिंग पार्टियां रवाना की जाएंगी जबकि बेहद दुर्गम क्षेत्रों के मतदान केंद्रों के लिए 10 पोलिंग पार्टियां एक दिन पहले ही भेजी जा चुकी हैं। इन चुनावों के लिए कुल 7,521 मतदान केंद्र स्थापित किए गए हैं। इनमें 360 पोलिंग बूथ अति संवेदनशील और 980 संवेदनशील हैं। अति संवेदनशील और संवेदनशील मतदान केंद्रों पर सुरक्षा के ज्यादा पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। चुनावों में 37,000 से ज्यादा कर्मचारी ड्यूटी दे रहे हैं। कुछ कर्मचारियों को रिजर्व रखा गया है ताकि किसी कर्मी के बीमार पडऩे की सूरत में दूसरे कर्मचारी को तैनात किया जा सके। सुरक्षा कर्मियों और कर्मचारियों को मतदान केंद्रों तक पहुंचाने के लिए निगम की 1200 बसें लगाई गई हैं।


1,844 दृष्टिबाधित करेंगे मताधिकार का प्रयोग
इन चुनावों में 50,25,941 मतदाताओं में से 1,844 पंजीकृत दृष्टिबाधित मतदाता 9 नवंबर को अपने मताधिकार का प्रयोग कर पाएंगे। जिला मंडी में सर्वाधिक 671 दृष्टिबाधित मतदाता हैं जबकि जिला लाहौल-स्पीति में सबसे कम 21 दृष्टिबाधित मतदाता हैं। कांगड़ा में 82, जिला हमीरपुर में 85, जिला शिमला में 60, कुल्लू में 319, ऊना में 51, बिलासपुर में 187, चम्बा में 62, सोलन में 183, सिरमौर में 37 तथा जिला किन्नौर में 86 दृष्टिबाधित मतदाता हैं। भारतीय चुनाव आयोग ने दृष्टिबाधित मतदाताओं के लिए मताधिकार का प्रयोग करने के लिए ई.वी.एम. में ब्रेल संकेतक की सुविधा शुरू की है। सभी पीठासीन अधिकारियों को ब्रेल सक्षम मतदाताओं को सहायता प्रदान करने के लिए ब्रेल मतपत्र उपलब्ध करवाए गए हैं।


सुरक्षा के कड़े इंतजाम
प्रदेश के सभी पोलिंग बूथों पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं ताकि प्रदेशभर में शांतिपूर्वक चुनाव संपन्न करवाए जा सकें। पोलिंग बूथों की सुरक्षा का जिम्मा केंद्रीय रिजर्व बलों की 65 कंपनियों के अलावा प्रदेश पुलिस के 11,300 और उत्तराखंड होमगार्ड के 1,000 जवानों ने संभाल लिया है। केंद्रीय सुरक्षा बलों में सी.आर.पी.एफ. और बी.एस.एफ. की 15-15 कंपनियों तथा एस.एस.बी. की 12 कंपनियों के अलावा 8 कंपनियां आई.टी.बी.पी. की हैं। मतदान के लिए उलटी गिनती शुरू होते ही प्रदेश के बैरियरों समेत अन्य क्षेत्रों में जगह-जगह नाके लगाकर वाहनों की चैकिंग की जा रही है ताकि चुनाव में शराब व पैसे इत्यादि का प्रयोग करके किसी भी तरह से मतदाताओं को न लुभाया जा सके। यही नहीं, हथियारों इत्यादि पर भी जवानों की पैनी नजर है। चैकिंग की बाकायदा वीडियो रिकार्डिंग भी की जा रही है। इसके माध्यम से चुनावों में अवैध शराब व पैसों के इस्तेमाल को रोकने का कार्य किया जा रहा है। पड़ोसी राज्यों जम्मू-कश्मीर, पंजाब, हरियाणा व उत्तराखंड के साथ लगती सीमाओं पर सुरक्षा कड़ी 
की गई है। राज्य के प्रवेश द्वारों पर नाके लगाकर संदिग्धों पर नजर रखी जा रही है।


ये दस्तावेज दिखाकर कर सकेंगे मतदान
जिन मतदाताओं को फोटोयुक्त मतदाता पत्र जारी नहीं किए गए या कहीं खो गए हैं, वे भी अपने मत का प्रयोग कर पाएंगे। केंद्रीय चुनाव आयोग के निर्देशानुसार मतदाता अपना ड्राइविंग लाइसैंंस, राज्य/केंद्र सरकार/ सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम/पब्लिक लिमिटेड कंपनियों द्वारा अपने कर्मचारियों को जारी फोटोयुक्त पहचान पत्र, बैंकों/डाकघर द्वारा जारी पहचान पत्र, फोटोयुक्त पासबुक, पैन कार्ड, आर.जी.आई. एवं एन.पी.आर. द्वारा जारी स्मार्ट कार्ड, मनरेगा जॉब कार्ड, श्रम मंत्रालय की योजना के अंतर्गत जारी स्वास्थ्य बीमा स्मार्ट कार्ड, फोटोयुक्त पैंशन दस्तावेज, निर्वाचन तंत्र द्वारा जारी प्रमाणिक फोटो युक्त मतदाता पर्ची, सांसदों/विधायकों/विधान परिषद सदस्यों को जारी किए गए सरकारी पहचान पत्र और आधार कार्ड दिखाकर भी मतदाता अपने वोट का प्रयोग कर पाएंगे। बशर्ते मतदाताओं का नाम वोटर लिस्ट में होना जरूरी है।


इतनी नकदी व शराब पकड़ी
राज्य निर्वाचन विभाग के एक प्रवक्ता ने  कहा कि आज प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर की गई नाकेबंदी के दौरान पुलिस द्वारा 276 लीटर शराब जब्त की गई जबकि आबकारी एवं कराधान विभाग के दस्तों द्वारा 18, 331 बल्क लीटर देसी शराब, 7,419 बल्क लीटर अंग्रेजी शराब, 656 बल्क लीटर बीयर तथा 7,301 बल्क लीटर लाहण भी जब्त की गई। उन्होंने बताया कि पुलिस द्वारा अभी तक कुल 15,284 लीटर शराब जबकि आबकारी एवं कराधान विभाग द्वारा 3,20,547 बल्क लीटर शराब, बीयर तथा लाहण जब्त की जा चुकी है। उन्होंने कहा कि उड़नदस्तों द्वारा आज 2,30,000 रुपए, स्टैटिक दलों द्वारा 4,12,000 रुपए, पुलिस द्वारा 6,20,000 रुपए तथा आयकर विभाग द्वारा 3,50,000 रुपए की नकद राशि भी जब्त की गई और अभी तक कुल 1,33,94,155 रुपए की नकद राशि जब्त की जा चुकी है। प्रवक्ता ने बताया कि विभाग को 12 अक्तूबर से लेकर आज तक स्पष्टीकरण तथा स्वीकृतियों के 180 मामले प्राप्त हुए हैं जिनमें से 32 मामले निपटा दिए गए हैं।  वहीं इसके अलावा 28.333 किलोग्राम चरस, 1.34 किलोग्राम अफीम, 31.88 किलोग्राम चूरा-पोस्त, 17.152 किलोग्राम गांजा, 49.514 किलोग्राम हैरोइन, 0.43 ग्राम स्मैक और 50 नशीले कैप्सूल बरामद किए गए हैं। चुनाव आचार संहिता लगने के बाद से अब तक 2.988 किलोग्राम सोना, 28 बैग प्रिंटिड मैटीरियल्स और 44,211 बिना बिल के पोस्टर भी पुलिस, आबकारी एवं कराधान विभाग ने जब्त किए हैं। 


22 किलोमीटर का सफर तय कर बड़ा भंगाल पहुंचेगी टीम
बैजनाथ बड़ा भंगाल में चुनाव संपन्न करवाने के लिए टीम चौपर की सहायता से नहीं बल्कि पैदल इस दुर्गम घाटी के लिए रवाना हुई। निर्वाचन अधिकारी एवं एस.डी.एम. डा. मुरारी लाल ने बताया कि मौसम के अनुकूल न रहने के कारण चौपर इस घाटी में टीम के सदस्यों को लेकर नहीं जा पाया तथा टीम को वाया चम्बा-न्याग्रां तक गाड़ी की सहायता से पहुंचाया गया। वहां से 7 सदस्यीय टीम पैदल इस घाटी में 22 किलोमीटर का सफर तय कर पहुंचेगी। इस घाटी में करीब 70 लोग अपने मतदान का प्रयोग करेंगे। गौरतलब है कि इस घाटी में चुनाव संपन्न करवाने के लिए पहली बार चुनावी टीम को चौपर नहीं बल्कि पैदल रास्ता तय कर पहुंचना पड़ेगा। बताया जा रहा है कि यहां पर पहुंचने के लिए 7 सदस्यीय टीम में स्थानीय लोग भी टीम की मदद के लिए साथ गए हैं ताकि इस दुर्गम घाटी के रास्तों की सही पहचान की जा सके। इस समय बड़ा भंगाल पंचायत के करीब 359 मतदाता अपने मत का प्रयोग करेंगे। इनमें जो लोग बीड़ में रह रहे हंै वे वहां पर मतदान करेंगे तथा 70 मतदाता अपने मत का प्रयोग बड़ा भंगाल में करेंगे। अब चुनाव संपन्न करवाने गई टीम कब इस स्थान पर पहुंचेगी ये तो भविष्य ही बताएगा लेकिन बार-बार चौपर द्वारा इस घाटी में टीम भेजने की बात करने वाला चुनाव आयोग शायद पहली बार चुनावी टीम को ये सुविधा नहीं दे पाया है।