एशिया का सबसे ऊंचा पुल जनता को समर्पित, CM ने वीडियो कांफ्रैंसिंग से किया उद्घाटन

Sunday, Sep 03, 2017 - 11:03 PM (IST)

उदयपुर: जनजातीय जिला लाहौल-स्पीति में हिमाचल लोग निर्माण विभाग ने एक और कीर्तिमान दर्ज किया है। स्पीति उपमंडल में एशिया के सबसे ऊंचे गांवों को सड़क सुविधाओं से जोडऩे के बाद विभाग ने सर्वाधिक ऊंचाई पर पुल बनाने का कारनामा कर दिखाया है। हालांकि करीब 15 साल बाद पुल का निर्माण कार्य मुकम्मल किया गया है। किब्बर व चिच्चम गांवों के बीच सांबा-लांबा नाले पर 4 करोड़ 85 लाख 50 हजार रुपए की लागत से बने 120 मीटर लंबे व 150 मीटर ऊंचे इस पुल का लोकार्पण रविवार को मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने वीडियो कांफ्रैंसिंग के माध्यम से किया।

विधायक रवि ठाकु र ने बस को दी हरी झंडी 
चिच्चम गांव के लिए बने इस पुल के उद्घाटन अवसर पर लाहौल-स्पीति के विधायक रवि ठाकुर ने बस सेवा को हरी झंडी दी। इस अवसर पर ए.डी.सी. डा. विक्रम नेगी, एस.डी.एम. अरुण शर्मा, अधिशासी अभियंता हिमाचल लोक निर्माण विभाग वीरेंद्र भारद्वाज, एस.डी.ओ. किशन नेगी, कनिष्ठ अभियंता सुरेश कौंडल और एक्सियन आई.पी.एच. इंद्र सिंह सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी, कर्मचारी व स्थानीय जनप्रतिनिधि शामिल हुए। 

15 वर्षों से लटका हुआ था निर्माण कार्य
विधायक ने कहा कि इस पुल का निर्माण कार्य बीते 15 सालों से लटका हुआ था। उसके बाद लोक निर्माण विभाग के मौजूदा अधिकारियों की कार्यकुशलता का परिणाम है कि लगातार करीब 10 माह में उन्होंने इस पुल को तैयार करके ही दम लिया। उन्होंने कहा कि पुल बनने से बौद्ध गोंपा में आने वाले पर्यटक अब आसानी से चिच्चम तक पहुंचेंगे तथा लादरचा लामो के दर्शनों के बाद तकली की नयनाभिराम कुदरती छटाओं का आनंद लेते हुए सीधे क्याटो व चंद्रताल का रुख भी कर सकेंगे।