फिर बोले आश्रय शर्मा ''पापा'' का दिल और दिमाग मेरे साथ (Watch Video)

Sunday, Apr 21, 2019 - 02:24 PM (IST)

कुल्लू (दिलीप): अनिल शर्मा का दिल और दिमाग कहां है, यह उनके मंत्री पद से त्यागपत्र देने से स्पष्ट हो गया है। उनका आशीर्वाद मुझ पर है और वह मेरे लिए काफी है। यह बात कांग्रेस प्रत्याशी आश्रय शर्मा ने उनके पिता अनिल शर्मा के उनके लिए प्रचार करने को लेकर पूछे गए सवाल के जबाब में कही। उन्होंने कहा कि वह नियमों से बंधे हैं और इस कारण उनका आशीर्वाद लेकर मैं निकला हूं। उन्होंने कहा कि सुखराम शर्मा तो रिश्ते में मेरे दादा लगते हैं लेकिन मैं नाते-रिश्तेदारी से अधिक कर्म को तवज्जो देता हूं।

आश्रय शर्मा ने कहा कि मेरे जैसे युवाओं के लिए सुखराम शर्मा की कहानी किसी प्रेरणा से कम नहीं है। उनके जीवन में समानताएं नहीं रही है। कई उतार-चढ़ाव देखे हैं। उन्होंने कहा कि पूरे देश में एक समय उनके नाम की तूती बोलती थी। फिर एक समय सियासत में ऐसा भी आया, जो संभवनता किसी ने नहीं देखा है। उनकी कहानी गरीबी से शुरू होती है। लोगों के घरों में जूठे बर्तन तक मांजे हैं। उन्होंने अपने बूते लोगों को स्वयं शिक्षित करने का बीड़ा भी उठाया। आश्रय शर्मा ने कहा कि वे अपने दादा के पदचिंहों का अनुसरण करेंगे।






 

Ekta