वीरभद्र के पक्ष में बोलीं आशा, 14 बार विधानसभा चुनाव जीते व्यक्ति को नजरअंदाज करना ठीक नहीं

Wednesday, Jul 18, 2018 - 11:36 PM (IST)

चम्बा: वीरभद्र सिंह के कद व उनकी क्षमता के बारे में चर्चा करना सार्थक बात नहीं है। बेहतर है कि वीरभद्र सिंह से सीख ली जाए न कि उनका विरोध किया जाए। कांग्रेस कार्य समिति (सी.डब्ल्यू.सी.) की सदस्य एवं पंजाब कांग्रेस प्रभारी आशा कुमारी ने पंजाब केसरी के साथ विशेष बातचीत में यह बात कही। उन्होंने कहा कि वीरभद्र सिंह के साथ मेरे भी विचारात्मक मतभेद रहे हैं लेकिन मैंने हमेशा उनके प्रदेश के विकास के प्रति गंभीरता व संगठन के प्रति समर्पण की भावना को माना व सराहा है। उन्होंने कहा कि जिस व्यक्ति ने देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू के साथ कार्य किया हो और जो व्यक्ति 14 बार विधानसभा चुनाव जीत कर आया हो उसके अनुभव को हरगिज नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि ऐसे में वीरभद्र सिंह के खिलाफ अपशब्द कहना किसी को भी शोभा नहीं देता है।


वीरभद्र व सुक्खू के बीच की बयानबाजी पर हाईकमान लगाएगा विराम
आशा कुमार ने वीरभद्र व सुक्खू के बीच आए दिन होने वाली बयानबाजी पर कहा कि जल्द ही पार्टी हाईकमान इस पर विराम लगा देगी क्योंकि हिमाचल कांग्रेस प्रभारी रजनी पाटिल अब तक राज्य के 7 जिलों का दौरा कर चुकी है। इस दौरे की वह रिपोर्ट जल्द कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी को सौंपेंगी। निश्चित तौर पर इसके आधार पर पार्टी हाईकमान निर्णय लेगी। इस विषय पर प्रदेश कांग्रेस प्रभारी रजनी पाटिल से उनकी बात हुई है।


कांग्रेसी नेताओं को हिदायत, कोई भी प्रैस में न जाए
उन्होंने बताया है कि कांग्रेसी नेताओं को यह हिदायत दे दी गई है कि कोई भी प्रैस में न जाए। उन्होंने कहा है कि जहां तक वीरभद्र के संगठन में चुनाव करवाने की बात है तो मेरी इस बारे में वीरभद्र सिंह से भी बात हुई तो उन्होंने कहा कि वह चाहते हैं कि संगठन में कोई भी निर्णय पार्टी के प्रत्येक कार्यकर्ता को विश्वास में लेकर किया जाए। आशा कुमारी ने कहा कि वीरभद्र सिंह ने हमेशा सत्ता की बजाय संगठन को महत्व दिया है और यही वजह है कि वह आज भी संगठन को अधिमान देते हैं।

Vijay