दशहरा उत्सव में इस बार इन परिधानों में Perform नहीं कर पाएंगे कलाकार

Friday, Sep 08, 2017 - 12:54 AM (IST)

कुल्लू: दशहरा उत्सव में इस बार कलाकेंद्र में प्रस्तुति देने वाले सभी कलाकारों को सादे या फिर पारंपरिक परिधानों में अपनी प्रस्तुति देनी होगी। डी.सी. कुल्लू युनूस ने दशहरा उत्सव के दौरान होने वाले कार्यक्रमों बारे बताया कि इस बार सभी कलाकारों को सादे पैंट और कोट या फिर पारंपरिक परिधानों में अपनी प्रस्तुति देनी पड़ेगी। जीन्स, स्पोर्ट्स शूज, भड़काऊ या फिर आपत्तिजनक परिधान पहन कर जो कलाकार मंच पर जाने का प्रयास करेंगे, उन्हें वहीं पर रोक दिया जाएगा। इस बार कलाकारों को सख्त हिदायत दी जाएगी कि वे अपनी प्रस्तुति के दौरान ऐसे असुविधाजनक परिधानों से परहेज करें जो मंच पर अशोभनीय लगें तथा दर्शकों को अभद्र लगें। 

दशहरा उत्सव में इस बार नया करने का प्रयास
डी.सी. ने बताया कि इस बार दशहरा उत्सव में कुछ नया करने का प्रयास किया जाएगा ताकि लोगों को कलाकेंद्र में कुछ नया देखने और अनुभव करने को मिले। उन्होंने कहा कि सभी कलाकारों को सादे या फिर पारंपरिक परिधानों में अपनी प्रस्तुति देनी होगी, वहीं दशहरा उत्सव के कुछ ही दिन पहले सभी कलाकारों को स्क्रीन टैस्ट से गुजरना होगा जहां पर कलाकारों की गायन प्रतिभा को परखा जाएगा। इस बार सभी कलाकारों को पूरा वक्त दिया जाएगा और यह भी देखा जाएगा कि जो भी कलाकार मंच पर हो उसे अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करने का पूरा वक्त मिल सके। इसके अलावा बॉलीवुड कलाकारों में भी बेहतरीन गायकों को दशहरा उत्सव में बुलाया जाएगा।

कुल्लू के लोकनृत्य दलों में प्रतियोगिता होगी
सांस्कृतिक दलों का भी इस बार अपना ही आकर्षण रहेगा। कुल्लू जिला के विभिन्न क्षेत्रों से आए हुए लोकनृत्य दलों के बीच में प्रतियोगिता करवाई जाएंगी और इस दौरान जो भी लोकनृत्य दल प्रथम स्थान पर रहेगा उन्हें संध्याकालीन सांस्कृतिक कार्यक्रमों के दौरान भी अपनी प्रस्तुति देने का मौका दिया जाएगा। इसके अलावा बहुत से एकल और सामूहिक नृत्यों और लोक कलाकारों को अपनी प्रस्तुति देने का मौका दिया जाएगा। 

नशा छोड़ने का दिया जाएगा संदेश
डी.सी. ने बताया कि नशा छोड़ो हिमाचल बचाओ विषय को ध्यान में रखते हुए मंच पर से सभी को नशे से बचने का संदेश दिया जाएगा व साथ ही प्रदेश और जिला को नशा मुक्त करने में लोगों से सहयोग की अपेक्षा भी की जाएगी।