6 साल की मासूम से दुराचार मामले का अरोपी गिरफ्तार

Sunday, Jun 04, 2017 - 10:06 PM (IST)

घुमारवीं: भराड़ी थाने के तहत आने वाले एक गांव में 6 साल की बच्ची से दुराचार किए जाने के आरोपी के फरार होने के बाद रविवार को 12 बजे तक का गिरफ्तारी के लिए दिया गया अल्टीमेटम खत्म होते ही ग्रामीणों ने थाने में धरना दे दिया। आरोपी की गिरफ्तारी की मांग कर रहे ग्रामीणों का नेतृत्व इलाके के पंचायत प्रधान कुलतार ठाकुर ने किया। ग्रमीणों ने पुलिस पर आरोपी को बचाने का आरोप लगाते हुए थाने का घेराव कर धरना दिया तो इस बीच अचानक पुलिस टीम आरोपी को गिरफ्तार कर ले आई। ग्रामीणों ने डी.एस.पी. हैडक्वार्टर सोमदत्त के आश्वासन के बाद शनिवार की रात को यह कहकर धरना वापस ले लिया था कि रविवार 12 बजे तक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा लेकिन पुलिस ने जब आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया तो पंचायत प्रधान की अगुवाई में क्षेत्र के लोग सीधे थाने में जा पहुंचे और पुलिस प्रशासन मुर्दाबाद के नारे लगाना शुरू कर दिए। 

जांच अधिकारी ने निराधार बताए पुलिस पर लगाए आरोप
इस मामले में जांच अधिकारी ए.एस.आई. प्रताप ने लोगों की ओर से पुलिस पर मिलीभगत किए जाने के आरोपों को पूरी तरह से निराधार बताया। उन्होंने बताया कि आरोपी के खिलाफ  शिकायत मिलने और मुकद्दमा दर्ज करने के बाद वह पुलिस टीम लेकर मौके पर आरोपी की गिरफ्तारी के लिए गए लेकिन वह उनके पहुंचने से पहले ही मौके पर से फरार हो गया था। पुलिस को जानकारी मिली कि आरोपी लदरौर में है तो पुलिस ने वहांं जाकर उसे गिरफ्तार कर लिया। लड़की का मैडीकल करवा लिया गया है। अब एफ.एस.एल. की रिपोर्ट आने के बाद ही पूरे मामले में स्टीक तौर पर कहा जा सकेगा लेकिन फिलहाल चिकित्सक ने लड़की के साथ दुराचार के प्रयास होने की ओर संकेत दिए हैं। मगर अंतिम रिपोर्ट अभी तक चिकित्सकों ने नहीं दी है। अंतिम रिपोर्ट में स्पष्ट तौर पर कुछ कहा जा सकेगा। 

एफ.एस.एल. रिपोर्ट से होगा मामले का पटाक्षेप 
दुराचार मामले में हालांकि आरोपी या उसके परिजनों का पूरे मामले में कोई पक्ष नहीं मिल पाया है लेकिन पुलिस सूत्रों ने ही यहां कहा है कि दोनों पक्षों के बीच पुराना विवाद भी रहा है लेकिन ताजा वारदात का अब दोनों पक्षों की पुरानी अनबन से कोई नाता है या नहीं इस पर कुछ भी खुलकर नहीं कहा जा सकता है। अब पूरा दारोमदार एफ.एल.एस. की रिपोर्ट व बच्ची के बयान के बाद पुलिस की जांच में उभरने वाले तथ्यों पर ही निर्भर कर रहा है। इस बीच गांव में पीड़िता बच्ची का बयान लेने के लिए पहुंची बिलासपुर सदर थाने की एक सब इंस्पैक्टर ने बताया कि बच्ची का बयान दर्ज कर लिया गया है। उसने उसके साथ जगन्नाथ की ओर से दुराचार की कोशिश किए जाने की बात कही है। 

ग्रामीणों ने किया आरोपी के घर का घेराव 
रविवार को थाने में धरने से पहले दुराचार के आरोपी 70 वर्षीय जगन्नाथ की इस करतूत से गुस्साए गांव के लोगों ने शनिवार की रात को भी आरोपी के घर का घेराव किया। आरोपी को कथित तौर पर फरार होने का मौका देने के आरोप में लागों ने मौके पर आए हुए पुलिस कर्मियों से भी कथित तौर पर अभद्रता की तथा आरोपी के परिवार के लोगों से भी हाथापाई पर उतर आए। गुस्साए लोग आरोपी के घर को फंूकनेे के लिए भी उतारू हो गए लेकिन पंचायत प्रधान व पुलिस ने मौके पर मौजूद लोगों को कानून को अपने हाथ में न लेने की सलाह दी। रात को करीब 11 बजे शुरू हुआ लोगों का धरना सुबह करीब साढ़े 3 बजे तक चलता रहा। 

28 मई की बताई जा रही वारदात
पंचायत प्रधान ने बताया कि यह वारदात 28 मई की बताई जा रही है। बच्ची के माता-पिता गरीब हैं और इतने जागरूक नहीं हैं। बच्ची ने जब अपने साथ पेश आई वारदात की जानकारी माता-पिता को दी तो पहले तो ये लोग इस आरोपी का इलाके में रसूख होने के कारण चुप रहे लेकिन बाद में आरोपी जगन्नाथ के इस बात को लेकर उनसे झगड़ा करने पर उन्होंने इस मामले को पुलिस में देना ही उचित समझा।