सेना भर्ती : कड़ाके की ठंड में सुबह साढ़े 3 बजे लाइनों में लगे युवा

Friday, Jan 10, 2020 - 11:12 PM (IST)

ऊना (सुरेन्द्र): सेना के जरिए देश सेवा और अपना भविष्य संवारने का जज्बा लिए सैंकड़ों की संख्या में हमीरपुर और बिलासपुर सदर क्षेत्र के युवा इंदिरा स्टेडियम ऊना पहुंचे। कड़ाके की ठंड और धुंध के बीच शुक्रवार तड़के करीब साढ़े 3 बजे युवा लाइनों में लग गए थे। तमाम दस्तावेज देखने के बाद करीब 6 बजे स्टेडियम के भीतर दौड़ की प्रक्रिया आरंभ हुई। शुक्रवार के लिए कुल 4,190 पंजीकृत अभ्यर्थियों में से 3,471 युवाओं ने दौड़ में हिस्सा लिया। विभिन्न समूहों में दौड़ का आयोजन किया गया। दौड़ में तय किए गए मापदंडों को पूरा करने वाले युवाओं को ग्राऊंड की अगली प्रक्रिया में शामिल किया गया। उधर, वीरवार को बिलासपुर जिला के 1,818 जिन युवाओं ने ग्राऊंड के लिए क्वालीफाई किया था, उनमें से तमाम प्रक्रियाएं एवं बाधाओं को पार करने वाले 340 युवाओं को मैडीकल के लिए चयनित किया गया है।

युवाओं के साथ परिजन भी ऊना पहुंचे

सेना में भर्ती होने का कितना जज्बा है, इसका अनुमान जिला मुख्यालय ऊना पर पहुंचने वाले हजारों युवाओं को देखकर लगाया जा सकता है। युवाओं के साथ उनके परिजन भी काफी संख्या में आए हैं। कोई मोटर बाइक पर तो कोई टैक्सियों के जरिए ऊना पहुंचा। कई वीरवार सायं से ही यहां एकत्रित हो गए थे। यहां आने वाले युवाओं और उनके अभिभावकों के लिए समाजसेवी संस्थाओं ने पहले ही काफी इंतजाम हुए हैं। ऐसा पहली बार हुआ है कि जब भर्ती प्रक्रिया में हिस्सा लेने वाले युवाओं के लिए नि:शुल्क लंगर, ठहरने की व्यवस्था एवं उनकी सुविधाओं का ध्यान रखा गया है।

सर्द हवाओं के बीच दौड़ रहे युवा

सेना में भर्ती होने का सपना पाले युवा देर रात्रि भी ऊना पहुंच रहे हैं। जब तापमान जमाव बिन्दु की तरफ होता है, उस समय ये युवा अपने सपनों को पंख लगाने के लिए ग्राऊंड में पहुंच रहे हैं। तड़के 3 बजे लाइनों में लगकर स्टेडियम में सर्द हवाओं के बीच दौड़ लगाते हुए मंजिल को पाना और सबसे आगे निकल जाने का सपना हालांकि हर किसी का पूरा नहीं होता है लेकिन उम्मीद और भविष्य की ङ्क्षचता उन्हें ऐसा करने पर मजबूर भी कर रही है। ऐसे कम ही सौभाग्यशाली हैं जो ग्राऊंड की बाधाओं को पार कर मैडीकल की औपचारिकता तक पहुंच रहे हैं। हजारों में से कुछ सौ का चयन हो रहा है। हालांकि इसके बाद लिखित परीक्षा जैसी कई और भी बाधाएं पार करने की चुनौती इन युवाओं पर हैं।

सेना में जाने को दिन-रात मेहनत करते हैं युवा

सेना में भर्ती होकर देश सेवा एवं भविष्य संवारने का सपना शायद हिमाचली युवाओं के खून में है। यही कारण है कि युवा भर्ती प्रक्रिया से कई माह पहले ही तैयारी करना शुरू कर देते हैं। कोई अकादमी का रुख करता है तो कोई अपने घर व गांव में गलियों व सड़कों में ही दौड़ लगाते हुए सेना में भर्ती होने के ख्वाब देखता है। अब तो कई ऐसी अकादमियां भी हैं जो युवाओं को भर्ती होने के गुर भी सिखा रही हैं। भर्ती प्रक्रिया में आए युवाओं का कहना है कि सबसे बड़ी ङ्क्षचता रोजगार की है और वे अपने भविष्य को बेहतर करने के लिए सेना में जाने को दिन-रात मेहनत करते हैं। सेना में कठिन परिस्थितियों में कार्य करने को वे इतना मुश्किल नहीं मानते, जितनी दिक्कतें उन्हें रोजगार तलाश करने में होती हैं।

स्टेडियम में जाने की नहीं है किसी को अनुमति

इंदिरा स्टेडियम में भर्ती प्रक्रिया के दौरान किसी को भी जाने की अनुमति नहीं है। ऐसे में स्टेडियम के आसपास कोई पेड़ों पर, कोई पानी की टंकियों पर तो कोई निर्माणाधीन भवनों पर लटककर भर्ती प्रक्रिया को देख रहा है। सबसे अधिक देखने वालों में वे लोग हैं, जो भर्ती होने वाले युवाओं के साथ आए हैं। कुछ युवा ऐसे भी हैं, जो अगले दिन अपनी भर्ती प्रक्रिया में शामिल होंगे और यह देखना चाहते हैं कि किस प्रकार की बाधाएं उन्हें पार करनी हैं।

11 जनवरी को इनकी होगी भर्ती

ऊना के इंदिरा स्टेडियम में 11 जनवरी को ऊना व हमीरपुर के अभ्यर्थियों की भर्ती होगी। यहां चल रही भर्ती प्रक्रिया में अब तक हजारों युवा हिस्सा ले चुके हैं। 

Vijay