4 हजार में से 1299 युवा ही सेना की पहली कसौटी में उतरे खरा

Sunday, Oct 14, 2018 - 06:11 PM (IST)

चंबा: भारतीय सेना द्वारा चम्बा में आयोजित खुली भर्ती में जिला के हजारों युवाओं ने आवेदन किया लेकिन अधिकांश युवाओं को भर्ती ग्राऊंड में दम फूलने से उन्हें निराशा का सामना करना पड़ा तो वहीं जिला चम्बा के लिए रखी 2 दिवसीय भर्ती में जिला के विभिन्न क्षेत्रों से संबंधी 1299 युवा ही सेना की पहली परीक्षा की कसौटी में खरा उतर पाए हैं। जिला के चंबा के तहसील पांगी, चुराह, सलूणी, भलेई, डल्हौजी व भरमौर, भटियात, चम्बा, सिहुंता व होली के उम्मीदवारों में 10 क्षेत्रों से करीब 4 हजार युवाओं ने सेना भर्ती के लिए आवेदन किया जिसमें शारीरिक मांपदंड, दस्तावेज में कमी के कारण बाहर हुए आवेदकों के पश्चात करीब 2 हजार 500 युवाओं ने भर्ती हिस्सा लिया मगर केवल 1299 युवा ही सेना के भर्ती ग्राऊंड परीक्षा को पास करने सफल रहे। 

निर्धन परिवार के युवाओं में है सेना में भर्ती होने का उत्साह  
जिला चम्बा के विभिन्न क्षेत्रों से संबंधी निर्धन, मध्यवर्ग परिवारों के बज्जों में इंडियन आर्मी में भर्ती होने का अधिक उत्साह है जबकि अमीर घरानों से तालुक रखने वाले गिने-चुने युवा ही सेना में भर्ती होने पहुंचे। यह खुलासा भर्ती देने आए सैकड़ों युवाओं से इस दिशा में बातचीत के पश्चात हुआ। इसी दौरान कुछ बी.पी.एल. परिवारों से संबंधी युवा उम्मीदवारों में सन्नी पुत्र लियास गांव नाहणा तहसील सिहुंता, बलवान पुत्र उद्यम गांव धुलारा, लक्की कुमार पुत्र चैन सिंह गांव सिहुंता, संजीव पुत्र चैन लाल गांव होली, चमन कुमार पुत्र प्रकाश चंद गांव समोट तहसील भटियात का कहना है कि परिवार हालात अच्छे नहीं हैं।

वहीं महंगाई का आलम होने के चलते महंगे तकनीकी प्रशिक्षण लेने के लिए मन नहीं मानता है क्योंकि उससे परिवार में एक व्यक्ति को प्रशिक्षण करवाने के लिए अभिभावकों सहित परिवार के अन्य सदस्यों पर भी आर्थिक बोझ पड़ जाता है जबकि सेना व पुलिस 2 ऐसे क्षेत्र हैं, जहां नौकरी पाने के लिए किसी महंगे प्रशिक्षण की आवश्यकता नहीं है। अगर किसी चीज की सबसे अधिक जरूरत है तो वह दौड़ने, दंड निकालने का पूर्वाभ्यास सहित स्कूल शिक्षा से लेकर सामान्य शिक्षा की ओर मेहनत करने का है जिसमें निपुण होने के बाद सरलता से भर्ती युवा चयनित हो सकता है। 


 

Ekta