महत्वपूर्ण पठानकोट-मंडी-लेह रेल लाइन के रूट में किया जा रहा फेरबदल, जानिए क्यों

Monday, May 15, 2017 - 02:43 PM (IST)

मंडी (नीरज शर्मा): सुरक्षा की दृष्टि से अति महत्वपूर्ण मानी जाने वाली पठानकोट-मंडी-लेह रेल लाइन के निर्माण में फेरबदल किया जा रहा है। पहले पठानकोट से जोगिंद्रनगर तक बिछी नैरोगेज रेल लाइन को 'ब्रॉड गेज' करने पर विचार चल रहा था, लेकिन सेना ने भारत सरकार को प्रस्ताव भेजा है कि इस रेल लाइन को सेना की छावनियों से होकर बनाया जाए। यही कारण है कि अब इस महत्वपूवर्ण रेल लाइन के निर्माण में बदलाव किया जा रहा है। 


अंग्रेजों के जमाने में बिछी रेल लाइन को नहीं छेड़ा जाएगा
बताया जाता है कि भारत-चीन की सीमाओं पर जो गतिविधियां शुरू कर रखी है और पाकिस्तान-चीन के बीच जो दोस्ताना संबंध बन रहे हैं उसे देखकर भारत काफी चिंतित है। हालांकि चीन ने लेह के पास वाली अपनी सीमाओं में रेल लाइन का जाल बिछा दिया है लेकिन भारत अभी इस मामले में काफी पीछे है। सांसद शांता कुमार की मानें तो पठानकोट से जोगिंद्रनगर तक अंग्रेजों के जमाने में बिछी रेल लाइन को नहीं छेड़ा जाएगा और पठानकोट से मंडी के लिए नई 'ब्रॉड गेज' का निर्माण किया जाएगा। खास बात यह है कि इस सर्वे के लिए भारत सरकार ने पिछले साल बजट का प्रावधान कर दिया है, लेकिन अभी तक यह लाइन सिर्फ सर्वे में ही घूम रही है। 2 बार इसका सर्वे हो चुका है जबकि 7 बार और होना बाकी है।


ब्रॉडगेज रेल लाइनों का निर्माण अभी तक सर्वे पर ही टिका
शांता ने कहा कि सर्वे के बाद अब आगामी प्रक्रियाओं में तेजी लाने का प्रयास किया जा रहा है ताकि यहां जल्द से जल्द रेल लाइन बना दी जाए। भारत के एक कदम बढ़ने से पर्यटन कारोबार को भी नए पंख लगने की संभावना बढ़ जाएगी। उल्लेखनीय है कि हिमाचल में आज दिन तक रेल लाइनों का विस्तार न के बराबर ही हो पाया है। अंग्रेजी हकुमत में जो लाइनें बनी थी आज भी उन्हीं लाइनों के सहारे हिमाचल में उम्मीदों की रेल चल रही है। ब्रॉडगेज रेल लाइनों का निर्माण अभी तक सर्वे पर ही टिका हुआ है जिससे राज्य के लोगों में भारी निराशा है।