सेब सीजन ने पकड़ी रफ्तार, बागवान-किसानों को मिल रहे अच्छे दाम

Wednesday, Jul 11, 2018 - 04:18 PM (IST)

शिमला (राजीव): हिमाचल के सेब ने मंडियों में रफ्तार पकड़नी शुरू कर दी है। प्रदेश के निचले इलाकों के सेब मंडियों में आने शुरू हो गए हैं। सेब के साथ-साथ नाशपाती के दाम भी किसानों को अच्छे मिल रहे हैं। मंडियों में टाइड मैन, विलियम और रैड जून की खेप पहुंच रही है। शिमला की भट्ठाकुफर मंडी में रोजाना 8 से 10 हजार पेटी सेब पहुंचना शुरू हो गया है। इस बार सेब की फसल कम होने के कारण शुरूआती दौर में बागवानों को सेब के अच्छे दाम मिल रहे हैं लेकिन किसानों को समय पर पैसों का भुगतान न होने पर किसान परेशानी में हैं।

किसानों ने सरकार से फर्जी व्यापारियों और आढ़तियों पर लगाम लगाने की गुहार लगाई है ताकि बागवान और किसान ठगी का शिकार न हों। सरकार को हर साल सेब से करोड़ों का राजस्व मिलता है बावजूद इसके किसान आज भी परेशान हैं।


सेब सीजन के दौरान ठगी का शिकार होते हैं बागवान
हर बार सेब सीजन के दौरान प्रदेश भर में आढ़ती बागवानों से ठगी करते हैं।  बागवानों को ऊंचे दाम देने का झांसा देकर कई बार आढ़ती उनसे ठगी करते हैं। कई बार देखा गया है कि बाहरी राज्यों के आढ़ती बागवानों को चैक से पेमैंट करते हैं लेकिन बाद में ये चैक बाऊंस हो जाते हैं, जिससे बागवानों को काफी परेशानी होती है।

किसानों ने बताया कि कई किसानों को पिछले साल के सेब के पैसे अभी तक नही मिले हैं। सरकार को फर्जी आढ़तियों और व्यपारियों के लाइसैंस रद्द कर देने चाहिए जिससे प्रदेश के भोले-भाले किसानों से ठगी न हो सके।


सेब की कीमतों में अधिक उछाल आने की सम्भावना
उधर सेब आढ़तियों का कहना है कि अर्ली वैराएटी का सेब मंडी में आ रहा है और बागवानों को सेब के अच्छे दाम मिल रहे हैं। इस बार सेब कम है तो बागवानों को सेब के अच्छे दाम मिलेंगे। मार्कीट में आने वाले दिनों में भी कीमत में और अधिक उछाल आने की सम्भावना है।


प्रदेश की आर्थिकी में 4 हजार करोड़ का योगदान देता है सेब
हिमाचल प्रदेश की आर्थिकी में सेब 4 हजार करोड़ रुपए का योगदान देता है लेकिन किसानों को हर साल ही ठगी का शिकार होना पड़ रहा है। एक तरफ तो सरकार किसानों की आय दोगुना करने की बात कर रही वहीं दूसरी तरफ किसान इस तरह की ठगी के शिकार हो रहे हैं, ऐसे में किसानों की आय दोगुना कैसे हो पाएगी ये अपने आप में ही बड़ा सवाल है।

Vijay