बोह त्रासदी : चौथे दिन मलबे से निकाला एक और शव, मरने वालों का आंकड़ा पहुंचा 9

Friday, Jul 16, 2021 - 12:15 AM (IST)

धर्मशाला (जिनेश): शाहपुर के बोह क्षेत्र के रुलेहड़ गांव में हुई त्रासदी के बाद चौथे दिन मलबे से एक और शव निकाला गया। एनडीआरएफ की टीमों द्वारा चलाए गए सर्च ऑप्रेशन के दौरान दोपहर को मलबे के नीचे से एक शव निकाला गया। इससे पहले 8 शव मलबे से निकाले जा चुके थे। अब एक और शव मलबे में दबे होने की संभावना है, जिसके लिए जिला प्रशासन की ओर से राहत एवं बचाव कार्यों को जारी रखा गया है। बता दें कि वीरवार को राहत एवं बचाव कार्य में जुटे एनडीआरएफ व गृहरक्षकों ने दोपहर को मलबे से सुभाष चंद (75) का शव निकालने में सफलता हासिल की है। अब सिर्फ एक युवक नीरज कुमार (18) लापता बताया जा रहा है जो मलबे में दबा है, जिसे खोजा जा रहा है। उसका अभी तक कोई सुराग नहीं मिल पाया है।

मलबे से अभी तक सकुशल निकाले गए हैं 5 लोग

बता दें कि सोमवार को बोह के रुलेहड़ में हुए भू-स्खलन के कारण मलबे से कई मकान ध्वस्त हो गए थे तो 15 लोग मलबे में दब गए थे, जिनमें से 5 को सुरक्षित निकाल लिया गया और जो टांडा अस्पताल व पीजीआई चंडीगढ़ में उपचाराधीन हैं। डीसी कांगड़ा डॉ. निपुण जिंदल ने बताया कि अब तक शाहपुर उपमंडल के बोह में 5 लोगों को सकुशल निकाला गया है जबकि 9 की मौत हो चुकी है और अभी भी एक व्यक्ति लापता है, उसको ढूंढने के लिए एनडीआरएफ, होमगाडर््स व पुलिस की टीम ने सर्च ऑप्रेशन चलाया हुआ है।

बारिश से प्रभावित लोगों को तत्काल प्रभाव से फौरी राहत देने के निर्देश

डीसी ने कहा कि राजस्व अधिकारियों को बारिश से प्रभावित लोगों के लिए तत्काल प्रभाव से फौरी राहत देने के निर्देश भी दिए गए हैं ताकि प्रभावितों को किसी भी तरह की असुविधा न झेलनी पड़े। उन्होंने कहा कि जिला मुख्यालय पर 24 घंटे आपदा कंट्रोल रूम के माध्यम से आपदा प्रबंधन तथा राहत कार्यों की निगरानी सुनिश्चित की जा रही है। उन्होंने कहा कि लोगों को खड्डों, नदियों तथा नालों के किनारे न जाने की हिदायतें दी गई हैं, इसके साथ ही मौसम के पूर्वानुमान के बारे में भी नियमित तौर पर जानकारी दी जा रही है। डीसी ने कहा कि मानसून सीजन के दौरान सभी अधिकारियों को आपदा प्रबंधन के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए हैं, ताकि समय पर आपदा कार्य आरंभ किए जा सकें।

पीड़ितों को 6 मरले जमीन देंगे अभिषेक ठाकुर

बोह हादसे के पीड़ितों की मदद करने के लिए शाहपुर के ही अभिषेक ठाकुर आगे आए हैं। अभिषेक का कहना है कि वह बोह हादसे के प्रत्येक परिवार को 6 मरले जमीन घर बनाने के लिए देंगे। अभिषेक ने कहा कि बोह हादसे में कई परिवार बेघर हो गए हैं और उनकी जमीनें भी बह गई हंै तथा उन्होंने निर्णय लिया है कि वह शाहपुर के भरियाल में स्थित अपनी जमीन को उन परिवारों को दान करेंगे। उनका कहना है कि अभी पूरा प्रशासन राहत एवं बचाव कार्यों में लगा है तथा जैसे ही वहां से फ्री होंगे, जमीन दान करने की औपचारिकताएं पूरी की जाएंगी। उन्होंने कहा कि सरकार वहां तमाम सुविधाओं से युक्त कालोनी का निर्माण करवाए।

बोह के जलजले ने उजाड़ा बुजुर्ग महिला का घरबार

रुलेहड़ हादसे ने बुजुर्ग रतो देवी को भी गहरा जख्म दिया है। रतो देवी ने इस हादसे में अपने बड़े बेटे सहित उसका पूरा परिवार खो दिया। रतो देवी के 2 पुत्र थे तथा वह अपने छोटे पुत्र के साथ रहती थी। रतो देवी हादसे से पहले अपनी छोटी बहू के साथ गलोड़ में अपने पशुओं को पहाडिय़ों पर छोडऩे के लिए गई थी तथा इसके कुछ दिन बाद यह हादसा हो गया। उनके बड़े बेटे भीम सिंह, पत्नी मश्तो देवी, बेटी ममता, बेटा कार्तिक मलबे में दबे हुए मृत पाए गए जबकि भीम सिंह का एक और बेटा नीरज अभी भी लापता चल रहा है। रतो देवी को इस हादसे ने इतना दर्द दिया है कि उनके बड़े बेटे का संसार ही खत्म हो गया।

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Vijay