अनोखिया की बेशकीमती संपत्ति पर अनोखा कारनामा, पढ़ें पूरी खबर

Thursday, Mar 30, 2017 - 01:02 AM (IST)

शिमला: दौलत की ‘हवस’ रिश्तों की संवेदना में इस कदर हावी हो गई कि शातिरों ने शरीर छोड़ चुकी महिला को कागजों में जीवित दिखाकर करोड़ों की जमीन हड़प ली। ऐसा कारनामा किसी और ने नहीं बल्कि मृतका के दत्तक पुत्र और उसके साथियों ने किया है लेकिन कानून के लंबे हाथों से फर्जीवाड़े का भंडाफोड़ हो गया है। इस सिलसिले में स्टेट सी.आई.डी. ने 3 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि इन्होंने 92 बीघा जमीन को फर्जी तरीके से हड़पा। पूरा मामला शिमला और सोलन की सीमा से सटे बाशा क्षेत्र का है। वहां पर अनोखिया राम की प्राइम लोकेशन पर 92 बीघा जमीन है। उस भू-मालिक की करीब 20 साल पहले मौत हो चुकी है, वह भी लावारिस। तब न उसकी पत्नी दाह-संस्कार करने आई और न ही कोई परिजन। गांववालों की ओर से भी कोई नहीं आया था। तब अंतिम संस्कार पुलिस के हाथों ही हुआ था।

सी.आई.डी. ने खोली फर्जीवाड़े की पोल
20 वर्षों के बाद दौलत पाने की लालसा में कई व्यक्ति सामने आए। कइयों ने प्रॉपर्टी हथियाने का आपराधिक षड्यंत्र रचा। इससे पहले की बेशकीमती जमीन का कहीं सौदा होता, किसी ने गोपनीय तरीके से सी.आई.डी. को शिकायत कर दी। डी.आई.जी. डा. विनोद धवन ने इसकी जांच के आदेश दिए। उनके आदेश पर सी.आई.डी. के शिमला स्थित थाने में बाकायदा एफ.आई.आर. दर्ज हुई। बीते सितम्बर महीने से तहकीकात आरंभ हुई। अब इसमें सी.आई.डी. को आरोपियों को पकडऩे में बड़ी कामयाबी मिली है। जांच एजैंसी ने आरोपी परमानंद, लक्ष्मीधर और राजेंद्र सिंह कौशल को गिरफ्तार किया है। ये मृतक भू-मालिक के परिचित ही हैं जबकि एक अन्य ईश्वर सिंह भी इस मामले में आरोपी है। वह फिलहाल जमानत पर है। वह अपने आप को पार्वती का दत्तक पुत्र बनाता है। ईश्वर बाशा पंचायत का उपप्रधान भी है। 

दस्तावेज में मृतका और जिंदा का दिखाया एक ही नाम
शातिरों ने रिकार्ड में पार्वती और सत्या को एक ही महिला दिखाया। रिकार्ड जाली तैयार किया गया। इसमें महिला का नाम सत्यावती उर्फ पार्वती दर्शाया गया। जबकि पार्वती की 5 साल पहले मौत हो चुकी है। पंचायत रिकार्ड के अनुसार सत्यावती अनोखिया की पत्नी रही है। यह अभी भी जिंदा है। लेकिन शादी के वक्त इसकी आयु काफी कम थी। बाद में यह मायके में रहने लगी। सी.आई.डी. के अनुसार इसने कहीं और शादी कर ली थी। जब अनोखिया की मौत हुई, तब वह दाह-संस्कार में शामिल नहीं हुई थी। इस महिला ने पहले पति की मौत के बाद उसकी संपत्ति के लिए भी दावा नहीं किया, लेकिन अब जांच के लिए आगे आना पड़ा है। 

और खुलासे होने की संभवाना 
स्टेट सी.आई.डी. के डी.आई.जी. डा. विनोद कुमार धवन ने बताया कि मृतक व्यक्ति की 92 बीघा जमीन को हड़पने के मामले में 3 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है। इसमें मृतक महिला और जीवित महिला दोनों को रिकार्ड में एक ही दर्शाया गया है। सी.आई.डी. हरेक एंगल से जांच कर रही है। अभी इसमें कुछ और खुलासे भी संभव हैं। बाशा पंचायत का उपप्रधान भी फर्जीवाड़े में संलिप्त रहा है।