एनुअल चार्जिज व फीस बढ़ोतरी वापस नहीं लेगा स्कूल प्रबंधन

Friday, Apr 05, 2019 - 02:02 PM (IST)

सोलन (ब्यूरो): अभिभावकों के आंदोलन के बाद एम.आर.ए. डी.ए.वी. स्कूल प्रबंधन ने कुछ मांगों को मान लिया है लेकिन कुछ मांगों को मानने से इंकार कर दिया है। इसके तहत अब छात्रों को ऑनलाइन फीस जमा करवाने पर 250 रुपए अतिरिक्त (सर्विस चार्ज) नहीं देने पड़ेंगे। जो लोग 3 महीने की एक साथ फीस नहीं दे सकते उनके लिए हर महीने फीस जमा करवाने की ऑप्शन दी जाएगी। बता दें कि डी.सी. विनोद कुमार के आदेशों के बाद वीरवार को शिक्षा उपनिदेशक (उच्चतर) ने अभिभावकों और स्कूल प्रबंधन को वार्ता के लिए बुलाया था। पेरैंट्स एसोसिएशन के पदाधिकारी सुबह 11 बजे बैठक के लिए पहुंच गए लेकिन स्कूल प्रबंधन की ओर से कोई भी प्रतिनिधि नहीं पहुंचा। 

अभिभावकों का आरोप था कि प्रबंधन बैठक में न आकर डी.सी. के आदेशों की अवहेलना कर रहा है। करीब 1 बजे अभिभावक शिक्षा उपनिदेशक कार्यालय से वापस लौट गए तो स्कूल प्रबंधन के पदाधिकारी शिक्षा उपनिदेशक कार्यालय में पहुंचे और अपना पक्ष रखा। स्कूल प्रबंधन का कहना है कि जो अभिभावक 3 महीने की फीस एक साथ नहीं दे सकते उनके लिए हर महीने फीस जमा करवाने की ऑप्शन दी जाएगी। इसके लिए उन्हें स्कूल प्रबंधन को रिक्वैस्ट लैटर भेजना होगा। इसके अलावा ऑनलाइन फीस जमा करवाने पर लगने वाला एक्स्ट्रा चार्ज भी नहीं लिया जाएगा। एसोसिएशन की मुख्य मांग (एनुअल चार्जिज व फीस बढ़ौतरी को वापस लेना) को स्कूल प्रबंधन ने मानने से इंकार कर दिया है।

9वीं से 12वीं तक की किताबें कहीं से भी खरीद सकते हैं

किताबों को लेकर प्रबंधन का कहना था कि पहली से 8वीं कक्षा तक की किताबें डी.ए.वी. मैनेजमैंट बोर्ड की ओर से पब्लिश की जाती हैं। ये किताबें स्कूलों को भेजी जाती हैं और स्कूल खुद किताबें नहीं बेच सकता इसलिए किसी बुक शॉप को ये किताबें दे दी जाती हैं। 9वीं से 12वीं कक्षा तक एन.सी.ई.आर.टी. की किताबें पढ़ाई जाती हैं जो वे कहीं से भी खरीद सकते हैं।

रिकॉर्ड चैक किया जाएगा

शिक्षा उपनिदेशक योगेंद्र मखैक ने बताया कि एम.आर.ए. डी.ए.वी. स्कूल के खिलाफ पेरैंट्स ने फीस बढ़ौतरी, ऑनलाइन पेमैंट पर ज्यादा पैसे काटना व किताबों के लिए किसी दुकान को अधिकृत करना जैसी शिकायतें की हैं। बैठक में हर मुद्दे पर चर्चा की गई है और इस पर स्कूल प्रबंधन से जवाब मांगा गया है। कुछ मांगें स्कूल ने मान ली हैं। इसके अलावा फीस कितनी बढ़ाई गई है, इसके लिए रिकॉर्ड चैक किया जाएगा।
 

Ekta