चावल के ढेर पर विराजे भगवान, सम्पन्न हुआ अन्नकूट उत्सव (Watch Video)

punjabkesari.in Friday, Nov 09, 2018 - 04:09 PM (IST)

कुल्लू (दिलीप ठाकुर): कुल्लू जिला में दिवाली के दूसरे दिन अन्नकूट का त्योहार धूमधाम के साथ मनाया गया। इस मौके पर श्रद्धालुओं ने बड़ी संख्या में भगवान रघुनाथ के मंदिर पहुंच कर उनका आशीर्वाद लिया। अन्नकूट त्योहार को गोवर्धन पूजा के नाम से भी जाना जाता है। कुल्लू में इस दिन भगवान रघुनाथ को नए अनाज का भोग लगाया जाता है। इस मौके पर भगवान रघुनाथ का श्रृंगार करके चावल का पहाड़नुमा ढेर लगाकर उस पर उन्हें विराजमान किया जाता है।
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कहा जाता है कि इस दिन भगवान रघुनाथ को नया अनाज चढ़ाए जाने से वह फसलों की रक्षा करते हैं और अन्न की कमी नहीं होने का आशीर्वाद देते हैं। यह त्योहार हर वर्ष दिवाली के दूसरे या तीसरे दिन मनाया जाता है, जिसके लिए शास्त्र पद्वति के अनुसार दिन का चयन किया जाता है।
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इस मौके पर भगवान रघुनाथ के मुख्य छड़ीबरदार महेश्वर सिंह ने वर्षों पुरानी परंपरा का विधिवत निर्वहन किया और इस त्योहार की महत्ता पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि इस दिन जहां एक तरफ भगवान को भोग लगाया जाता है, वहीं दूसरी ओर गौमाता की पूजा-अर्चना होती है और सभी नए अनाज का भोग गौ ग्रास के रूप में गौमाता को थाली में परोसा जाता है। 
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श्रद्धालु सुनीता ने बताया कि धार्मिक नगरी सुल्तानपुर में भगवान रघुनाथ का अन्नकूट उत्सव और गोवर्धन पूजा हर साल होती है। इसमें आसपास के सैकड़ों लोग भाग लेते हैं और भगवान रघुनाथ की पूजा-अर्चना कर आर्शीवाद लेते हैं।
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उन्होंने कहा कि अन्नकूट के त्योहार में महिलाएं बड़ी संख्या में भजन-कीर्तन करती हैं। बता दें कि देवभूमि हिमाचल में अनेक त्योहार और परंपराएं हैं, जो वर्षों से चली आ रही हैं। इनका आज भी उतना ही महत्व है, जितना वर्षों पहले था। लोग आज भी उसी प्रकार त्योहार मनाते हैं और परंपराओं का निर्वहन करते हैं। 
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