गुस्साए परीक्षार्थियों ने परीक्षा केंद्र के बाहर किया हंगामा, NHM के खिलाफ की नारेबाजी

Sunday, Aug 11, 2019 - 05:28 PM (IST)

सुंदरनगर (नितेश सैनी): नैशनल हेल्थ मिशन की ओर से रविवार को सुंदरनगर के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला(कन्या) में हेल्थ ग्रिएवान्सेस डेस्क सहित अन्य पदों के लिए परीक्षा का आयोजन किया गया। लेकिन हेल्थ ग्रिएवान्सेस डेस्क के पद को लेकर आयोजित परीक्षा के उपरांत विभिन्न क्षेत्रों से आए परीक्षार्थियों का आयोजकों के प्रति जमकर गुस्सा फूटा। गुस्साए परिक्षार्थियोंं ने परीक्षा केंद्र के बाहर जमकर हंगामा किया और एनएचएम के खिलाफ नारेबाजी भी की। इससे से मौके पर माहौल संवेदनशील हो गया और प्रबंधन को सुंदरनगर पुलिस को घटना सूचना देनी पड़ी। वहीं हंगामे की सूचना मिलते ही सुंदरनगर थाना पुलिस टीम हेड कांस्टेबल पवन कुमार के नेतृत्व में महिला पुलिस सहित मौके पर पहुंच कर काफी मश्क्कत के बाद हालात सामान्य करवाए गए। 

परीक्षा देने आए हुए मंडी के परिक्षार्थी रूपेश, अंकिता व अभिवावक इतिशा सहित अन्य ने परीक्षा आयोजित करवा रही एजेंसी व एनएचएम पर परीक्षा में गड़बड़ी के आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि परीक्षा समाप्त होने के बाद एग्जामिनेशन कंट्रोलर ने नियमों के विपरित परिक्षार्थियों से प्रश्न पत्र और ओएमआर शीट की कैंडिडेट कार्बन कॉपी भी वापिस ले ली। उन्होंने कहा कि परीक्षा आयोजित करवाने एजेंसी के अधिकारियों ने प्रश्न पत्र और ओएमआर कॉपी देने से भी मना कर दिया। उन्होंने कहा कि परीक्षा देने आए हुए कुछ परीक्षार्थी प्रश्न पत्र और कार्बन कॉपी अपने साथ लेकर परीक्षा केंद्र से चले गए। इस पर जब अन्य परीक्षार्थियों ने भी अपनी कार्बन कॉपी की मांग की तो आयोजकों ने कॉपी व ओएमआर शीट ने जाने वाले परीक्षार्थियों का टेस्ट रद्द करने को लेकर बताया गया। उन्होंने कहा परीक्षा आयोजित करवा रही एजेंसी के इस प्रकार के व्यवहार से परीक्षा में गड़बड़ी की बात साफ हो जाती है।

उन्होंने कहा कि एनएचएम के माधयम से जो भी एग्जाम हो वह सभी कट एंड क्लियर होने चाहिए। उन्होंने कहा कि कई गरीब परीक्षार्थी कई किलोमीटर की दूरी तय कर परीक्षा देने आए हैं। लेकिन परीक्षा में इस तरह अपनी मनमर्जी करना छात्रों के साथ दोखा है। वहीं परीक्षार्थियों के साथ आए उनके अभिभावकों का कहना है कि परीक्षा देने आए हुए पर सभी परीक्षार्थी अपने आप को ठगा हुआ महसूस कर रहें हैं। उन्होंने कहा कि परीक्षा के दौरान एचएचएम के इस प्रकार के गैर जि मेदाराना व्यवहार से परीक्षार्थियों को भविष्य में किसी प्रकार की याचिका दाखिल करने से भी वंचित कर दिया गया है। परीक्षार्थियों ने प्रदेश सरकार व एनएचएम के अधिकारियों से आयोजित परीक्षा को रद्द करने के साथ-साथ रिजल्ट निकालने की सुरत में परीक्षार्थियों के प्रश्न पत्र और ओएमआर शीट भी दिखाए जाने की मांग की है।

उन्होंने सरकार से यह भी मांग की है कि भविष्य में आयोजित होने वाली परीक्षा उचित रूल एंड रेगुलेशन के अंतर्गत करवाई जाएं। एसपीसी मैनेजमेंट सर्विसज प्राइवेट लिमिटेड सीनियर मेनेजर सपन बर्मन ने मामले की जानकारी देते हुए कहा कि परीक्षार्थियों को जारी एडमिट कार्ड पर पहले ही प्रश्न पत्र और ओएमआर शीट वापिस नहीं करने की जानकारी दी गई थी। इसकी एक कॉपी एनएचएम के पास जाएगी और दूसरी तीसरी पार्टी के पास जमा होगी। परीक्षार्थी प्रश्न पत्र और ओएमआर शीट अपने रिस्क पर अपने साथ लेकर गए हैं। अगर उन्हें परीक्षा से अयोग्य घोषित किया जाता है तो वह खुद इसके जि मेदार होंगे।

Ekta