पेयजल समस्या को लेकर फूटा गुस्सा, मुंह पर काली पट्टियां बांध धरने पर बैठे लोग

Friday, Jun 09, 2017 - 12:29 AM (IST)

मंडी: एक दशक से गंभीर पेयजल संकट से जूझ रहे औट व भटवाड़ी पंचायतों के लोगों के सब्र का बांध वीरवार को टूट गया। इस दौरान दोनों पंचायतों के सैंकड़ों ग्रामीणों ने मुंह पर काली पट्टियां बांध कर भाजपा नेता जवाहर ठाकुर की अगुवाई में डी.सी. कार्यालय के बाहर धरना दिया तथा डी.सी. संदीप कदम के माध्यम से राज्यपाल को एक ज्ञापन भेजा। भाजपा नेता ने कहा कि लारजी पनविद्युत परियोजना के निर्माण के चलते औट व भटवाड़ी पंचायतों के अधिकतर पेयजल स्रोत सूख गए थे। इस समस्या से निजात दिलाने के लिए विद्युत परिषद ने करीब 3.60 करोड़ रुपए की धनराशि सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग को दी थी। लारजी पनविद्युत परियोजना से प्रभावित गांवों के लिए उठाऊ पेयजल योजना का शिलान्यास 6 अगस्त, 2006 को मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य मंत्री कौल सिंह ठाकु र की उपस्थिति में थलौट में किया था लेकिन उठाऊ पेयजल योजना का कार्य 11 साल बाद भी पूरा नहीं हो पाया है। 

2 किलोमीटर दूर बावड़ी से लाना पड़ता है पानी
उन्होंने कहा कि लोगों को पानी के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है। करीब 2 किलोमीटर की दूरी पर जला में स्थित बावड़ी से पानी लाना पड़ता है। दोनों पंचायतों की आबादी करीब 4500 है। बावड़ी में पानी के लिए अक्सर कतारें लगी रहती हैं। गर्मी में बावड़ी का जलस्तर गिरने से लोगों की मुश्किलें और बढ़ गई हैं तथा मवेशियों को बड़ी मुश्किल से सप्ताह में एक बार पानी मिल रहा है।   

जानबूझ कर पूरा नहीं किया कार्य 
उन्होंने आरोप लगाया कि राजनीतिक द्वेष के चलते उठाऊ पेयजल योजना का कार्य जानबूझ कर पूरा नहीं किया जा रहा है। भाजपा ने 13 फरवरी को एस.डी.एम. पधर व 14 मार्च को तहसीलदार औट के माध्यम से भी पेयजल समस्या को लेकर ज्ञापन दिया था। उन्होंने सरकार व प्रशासन को चेताया कि पेयजल योजना का कार्य शीघ्र पूरा कर अगर लोगों को पानी उपलब्ध नहीं करवाया गया तो दोनों पंचायतों की महिलाएं व बच्चे डी.सी. कार्यालय परिसर के बाहर क्रमिक अनशन करेंगे।