PICS : सरकार के खिलाफ आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने बोला हल्ला

Friday, Jan 20, 2017 - 10:54 PM (IST)

शिमला: प्रदेशव्यापी हड़ताल के चलते शुक्रवार को सीटू के बैनर तले मिड-डे मील वर्कर्ज व आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने हिमाचल प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों में धरना-प्रदर्शन किया। मिड-डे मील वर्कर्ज व आंगनबाड़ी कार्यकत्र्ता लंबे समय से वेतन बढ़ौतरी की मांग सरकार से करते आ रहे हैं लेकिन मांगें पूरी न होने पर कार्यकर्ताओं द्वारा सरकार की नीतियों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया गया। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व हैल्पर्ज यूनियन संबंधित सीटू वर्ष 2013 में राष्ट्रीय श्रम सम्मेलन में प्रधानमंत्री की घोषणानुसार देश में मौजूद लाखों स्कीम वर्कर्ज को रैगुलर वर्कर्ज का दर्जा देने की मांग कर रही हैं। धरना-प्रदर्शन को संबोधित करते हुए सीटू राज्य सचिव विजेन्द्र मेहरा ने कहा कि प्रदेश में सभी आंगनबाड़ी केंद्र शुक्रवार को बंद रहे।

हड़ताल में ये उठाई मांगें
(1) 2015-16 के बजट में सरकार द्वारा की गई आंगनबाड़ी वर्कर्ज व हैल्पर के मानदेय में 50 प्रतिशत बढ़ौतरी की घोषणा को लागू किया जाए। 
(2) मिड-डे मील वर्कर्ज के मानदेय में केंद्र सरकार द्वारा वर्ष 2013 से की गई 2000 रुपए की बढ़ौतरी की घोषणा को लागू किया जाए। 
(3) आंगनबाड़ी वर्कर्ज-हैल्पर्ज को हरियाणा की तर्ज पर क्रमश: 7500 व 4000 रुपए मासिक वेतन दिया जाए।
(4) मिड-डे मील वर्कर्ज को 12 माह का वेतन व सभी अवकाश प्रदान किए जाएं।
(5) डाइट काऊंसलर की भर्ती व मिड-डे मील वर्कर्ज छंटनी पर रोक लगाई जाए। 
(6) सभी महिला वर्कर्ज को 180 दिन का प्रसूति अवकाश प्रदान किया जाए। 
(7) निजीकरण, ठेकाकरण व अंशकालीन प्रथा पर रोक लगाई जाए। 
(8) एन.आर.एच.एम. के शेष रुपयों का भुगतान जल्द किया जाए। 
(9) सभी स्कीम वर्कर्ज को सरकारी कर्मचारी घोषित किया जाए।
(10) 45वें श्रम सम्मेलन की सिफारिशों को लागू किया जाए।