पोती ने पूरा किया दादा का सपना, ऐसे भरी सफलता की उड़ान

Wednesday, Jan 22, 2020 - 06:08 PM (IST)

टाहलीवाल/ऊना (गौतम): हिमाचल प्रदेश के ऊना जिला के हरोली क्षेत्र के अंतर्गत गांव बाथू निवासी आंचल मैडीकल काऊंसिल ऑफ इंडिया से स्क्रीनिंग टैस्ट पास करने के बाद स्किन की डॉक्टर बन गई है। आंचल ने बताया कि उसके डॉक्टर बनने का सपना दादा स्व. सेवानिवृत्त सूबेदार धनदेव सिंह राणा ने देखा था, जिसे पूरा करने में माता स्नेह लता और पिता केके राणा ने पूरा सहयोग किया। आंचल ने संतोषगढ़ के एसडी पब्लिक स्कूल से दसवीं की परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद संतोषगढ़ की राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक  पाठशाला से 12वीं की परीक्षा पास की है। अनहुई मैडीकल यूनिवर्सिटी, हफाई, चीन से एमबीबीएस करने के बाद वहीं पर 3 साल चमड़ी रोग विशेषज्ञ की पढ़ाई पूरी की।

आंचल ने बताया कि उसने एमबीबीएस की तैयारी ऑनलाइन नोट्स द्वारा की। ऑनलाइन नोट्स का भुगतान करने के बाद नोट्स नैट पर आ जाते थे। उसी का अनुसरण करते हुए दिन में 12 घंटे पढ़ाई करती थी। आंचल का कहना है कि जो लोग शादियों व अन्य समारोहों में बेकार धन की बर्बादी करते हैं उसे न करके बेटियों की पढ़ाई पर खर्च करें। आंचल ने कहा है कि वह अपने देश में ही नौकरी कर जरूरतमंद लोगों का उपचार करंगी। अभी हाल ही में मैडीकल काऊंसिल ऑफ इंडिया का स्क्रीनिंग टैस्ट पास कर आंचल हरोली ब्लॉक की पहली महिला डॉक्टर बन गई है। आंचल के पिता बाथू पंचायत के प्रधान हैं।

आंचल की इस उपलब्धि पर बाथू पंचायत उपप्रधान कुलविंदर सिंह, बीडीसी वाईस चेयरमैन हरोली मलकीत सिंह,कांगडा का-आपरेटिव बैंक निदेशक कुलविंदर सिंह,पवन ठाकुर, सुमन ठाकुर, विपिन राणा व पूर्व उपशिक्षा निदेशक हरमेश राणा ने हरोली विधानसभा क्षेत्र के बाथू गांव का नाम रोशन करने व आंचल के डॉक्टर बनने पर प्रसन्नता व्यक्त की है।

Vijay