आनंद शर्मा का खुलासा, चुनावों में भाजपा को घेरने के लिए कांग्रेस ने तैयार किया चुनावी मुद्दा

Friday, Oct 13, 2017 - 09:45 AM (IST)

शिमला: हिमाचल विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने भाजपा को घेरने के लिए मुद्दा तैयार कर लिया है। पूर्व केंद्रीय मंत्री और राज्यसभा सांसद आनंद शर्मा ने कहा है कि प्रदेश में पार्टी के पास चेहरे बहुत हैं, लेकिन इस बार का विधानसभा चुनाव सीएम वीरभद्र सिंह के नेतृत्व में ही लड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि चुनाव को लेकर पार्टी एकजुट है और पूरी एकता के साथ पार्टी चुनाव लड़ेगी। पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं राज्यसभा में कांग्रेस के उपनेता आनंद शर्मा ने आरोप लगाया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गलत नीतियों के कारण अर्थव्यवस्था का दिवाला निकल चुका है। इसके चलते इस बार देश में लोगों की दिवाली फीकी हो गई है। 


नोटबंदी के बाद जी.एस.टी. दूसरा बड़ा गलत फैसला
देश में बिगड़े आर्थिक हालात के चलते लोगों में दिवाली जैसे त्यौहार को मनाने के लिए उत्साह नहीं है। आनंद शर्मा राजीव भवन शिमला में पत्रकार वार्ता को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने आरोप लगाया कि नोटबंदी के बाद जी.एस.टी. दूसरा बड़ा गलत फैसला है जिसे जल्दबाजी में लागू किया गया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस जी.एस.टी. की दर 18 फीसदी से अधिक करने के पक्ष में नहीं है। कांग्रेस जी.एस.टी. की पक्षधर रही है और पूर्व यू.पी.ए. सरकार ने इस पर बहुत काम भी किया लेकिन इसे जल्दबाजी में लागू किया गया। 


प्रधानमंत्री प्रचंड प्रचार का मायाजाल फैलाने में बहुत आगे
इस कारण देश की अर्थव्यवस्था पर चोट पहुंची। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री प्रचंड प्रचार का मायाजाल फैलाने में बहुत आगे हैं। अपने फैसले लेने के लिए वह किसी की नहीं सुनते। आनंद ने प्रधानमंत्री को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के पुत्र जय शाह के मामले में चुप्पी तोड़ने को कहा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री अन्य तमाम मुद्दों पर हर रोज लम्बे-लम्बे भाषण देते हैं लेकिन जय शाह न्यू बिजनैस मॉडल पर वह चुप क्यों हैं? उन्होंने जय शाह की पैरवी कर रहे केंद्रीय मंत्रियों से भी जानना चाहा कि क्या वे उनके प्रवक्ता हैं। उन्होंने कहा कि जब पूरे देश में व्यवसाय लगातार घट रहा है तो जय शाह का कारोबार 16 हजार गुणा कैसे बढ़ गया। ऐसे में प्रश्न उठना और पूछना स्वाभाविक है।


भाजपा मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करे
आनंद ने भाजपा से मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करने की मांग की। उन्होंने कहा कि भाजपा में प्रो. प्रेम कुमार धूमल, जगत प्रकाश नड्डा और जम्वाल जैसे नेताओं के नाम मुख्यमंत्री पद के लिए जा रहे हैं। ऐसे में भाजपा को चाहिए कि वह अपने उम्मीदवार को घोषित करके भ्रम की स्थिति को दूर करे। एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि एक परिवार में एक से अधिक लोगों को पार्टी टिकट देने पर अंतिम फैसला पार्टी हाईकमान करेगी। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने आरोप लगाया कि आज केंद्र में 2 से अढ़ाई लोग सरकार को चला रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार आर्थिक मोर्चे पर विफल रही है जिससे देश में रोजगार टूटा है। उद्योगों को नुक्सान पहुंचा है और आयात व निर्यात की दर गिरी है।