बर्फ कारखाने में फटी अमोनिया गैस पाइप, मची अफरा-तफरी

Monday, Jul 23, 2018 - 04:06 PM (IST)

बिलासपुर (प्रकाश): बिलासपुर शहर में स्थित मीट मार्कीट में रविवार शाम को एक बर्फ कारखाने में अमोनिया गैस के रिसाव के बाद हड़कंप मच गया। जानकारी के अनुसार कारखाने में अचानक अमोनिया गैस पाइप फट गई, जिससे गैस का रिसाव होने लगा। साथ ही वहां काम कर रहे लोगों की आंखों में जलन व सांस लेने में दिक्कत होने लगी, जिससे वहां अफरा-तफरी मच गई। कारखाने में काम करने वाले लोग अचानक बाहर भागने लगे। कारखाना से सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड के फायर आफिसर सुभाष चंद के नेतृत्व में फायर ब्रिगेड कर्मचारियों की टीम सहित दो अग्निशामक वाहन मौके पर पहुंचे। फायर आफिसर सुभाष चंद ने बताया कि फायर ब्रिगेड को रिसाव वाली जगह पर पहुंचने के लिए दूसरी तरफ लगे शीशे को तोड़ना पड़ा जिसके बाद फायर ब्रिगेड कर्मचारियों ने जान जोखिम में डाल कर पाइप रिसाव स्थल तक पहुंच कर काफी हद तक काबू पा लिया है।


उन्होंने बताया कि अगर गैस रिसाव बंद नहीं होता है तो उसके लिए फायर ब्रिगेड ने अन्य कर्मचारियों को सूचित करते हुए उन्हें सटैंड बाए पर रखा हुआ था। चंद ने बताया कि मौके पर पहुंच कर गैस रिसाव पर काबू पाने के लिए पानी का छिड़काव कर स्थिति पर कुछ हद तक काबू पाया गया है। यदि फिर भी गैस रिसाव नहीं रुकता है तो फायर ब्रिगेड टीमें उसके लिए तैयार हैं। फायर ब्रिगेड की इस टीम में उपाधिकारी अश्विनी कुमार, प्रशामक धनी राम, प्रशामक सुदेश, प्रशामक हेम राज व वाहन चालक शामिल रहे। वहीं विभागीय सूत्रों का कहना है कि उपरोक्त बर्फ कारखाना के पास मापदंडों को पूरा करने का अनापत्ति प्रमाण पत्र भी नहीं है जिसकी विभाग द्वारा जांच किए जाने की संभावना जताई जा रही है। 


क्या हैं गैस के नुक्सान
अमोनिया गैस वातावरण और लोगों के लिए काफी खतरनाक होती है। हर बर्फ  कारखाने में इसका प्रयोग किया जाता है। इसकी मदद से ही बर्फ  जमती है। इसके लिए फैक्टरी में एक कंटेनर बनाया गया होता है। इस गैस से आंखों में जलन, सांस कम आने लगती है, जिससे व्यक्ति की दम घुटने से मौत भी हो सकती है, ऐसे में इससे निपटने के लिए पूरे प्रबंध होने चाहिए।


बचाव के उपाय
विभागीय मापदंडों के अनुसार अमोनिया गैस रिसाव पर काबू पाने के लिए फेस मास्क, आग बुझाने वाले सिलैंडर और संबंधित बर्फ कारखाने में 50 हजार लीटर पानी टैंक में भरा होना चाहिए।

Ekta