देश में इस दवा को लेकर अलर्ट जारी, दवा नियंत्रकों को मिले ये आदेश

Friday, Oct 27, 2017 - 01:47 AM (IST)

सोलन: केन्द्रीय दवा मानक नियंत्रक संगठन (सी.डी.एस.सी.ओ.) ने देश में ऑक्सीटोसिन दवा को लेकर अलर्ट जारी कर दिया है। सभी राज्यों व केन्द्र शासित प्रदेशों के ड्रग नियंत्रक को इस दवा की मूवमैंट पर नजर रखने का फरमान जारी किया है। सी.डी.एस.सी.ओ. ने पहले ही ऑक्सीटोसिन के उत्पादन, बिक्री व वितरण को नियंत्रित किया है। इस दवा के बढ़ते दुरुपयोग को रोकने के लिए यह कदम उठाया गया है। संगठन ने इस बारे पहले ही सभी राज्यों के राज्य दवा नियंत्रकों को पत्र लिखकर निर्देश जारी किए थे। सी.डी.एस.सी.ओ. ने जम्मू-कश्मीर में बड़ी मात्रा में यह दवा जब्त की है। इसके बाद ही नए फरमान जारी किए गए हैं। यह दवा नियामक नियंत्रण में आने के बाद प्रत्येक राज्य के हर जिला में एक विशेष टास्क फोर्स का गठन किया जाएगा। बाजार में यह दवा आसानी से उपलब्ध न हो, यह सुनिश्चित बनाया जाएगा। केवल डाक्टर की प्रिस्क्रिप्शन पर ही अब यह दवा मिलेगी। 

उद्योगों के लाइसैंस की करनी होगी जांच
सभी राज्यों के दवा नियंत्रकों को ऑक्सीटोसिन का उत्पादन करने वाले सभी उद्योगों के लाइसैंस की जांच करनी होगी। यह भी सुनिश्चित बनाना होगा कि सभी उत्पादक ड्रग एवं कॉस्मैटिक्स अधिनियम 1940 और नियम 1945 की शर्तों को पूरी कर रहे हैं। राज्य दवा नियंत्रक को हर महीने की 10 तारीख को ऑक्सीटोसिन का उत्पादन करने वाले उत्पादकों की मासिक बिक्री व उत्पादन की रिपोर्ट सम्बन्धित वैबसाइट पर अपलोड करनी होगी। उत्पादकों को यह रिपोर्ट 7 तारीख को राज्य दवा नियंत्रक कार्यालय में जमा करवानी होगी। इस दवा के थोक व परचून विक्रेताओं को कानून के मुताबिक इसका रिकार्ड मैंटेन करना होगा। हर 3 महीने में इसकी जांच होगी। इस दवा के दुष्प्रभाव के बारे में लोगों को जागरूक किया जाएगा।  

ऑक्सीटोसिन इंजैक्शन का हो रहा दुरुपयोग 
देश में कई स्थानों पर दूध विक्रेता व पशुपालक अपने मवेशियों में दूध का उत्पादन बढ़ाने के लिए नियमित तौर पर ऑक्सीटोसिन इंजैक्शन का इस्तेमाल करते हंै। इसके अलावा सब्जियों का उत्पादन बढ़ाने के लिए भी इसका इस्तेमाल किया जा रहा है। 

क्या कहता है दवा विभाग 
राज्य दवा नियंत्रक नवनीत मारवाह ने बताया कि प्रदेश में इस दवा का किसी प्रकार से दुरुपयोग नहीं हो रहा है। इस दवा के उत्पादन व बिक्री की पूरी जानकारी वैबसाइट पर उपलब्ध की जा रही है। दवा विभाग इसको लेकर पूरी तरह से सतर्क है।