सेना के कैंप पर हमले के बाद हिमाचल में अलर्ट, चैकपोस्टों पर बढ़ाई सुरक्षा

Saturday, Feb 10, 2018 - 08:52 PM (IST)

शिमला: जम्मू के रिहायशी इलाके सुंजवान स्थित सेना के कैंप पर शनिवार तड़के हुए आतंकी हमले के बाद हिमाचल में भी एहतियातन तौर पर सुरक्षा पहरा कड़ा कर दिया है। मुख्य रूप से पुलिस विभाग ने पड़ोसी राज्य जम्मू-कश्मीर के साथ लगती सीमाओं पर चौकसी बढ़ा दी है। चम्बा बॉर्डर की सभी ऑप्रेशनल चैकपोस्टों को भी अलर्ट पर रखा गया है। बीते वर्ष कुल्लू के मनाली से एन.आई.ए. द्वारा एक आतंकी आबिद खान की भी गिरफ्तारी की गई थी, ऐसे में ताजा घटनाक्रम को देखते हुए सुरक्षा के दृष्टिगत उचित कदम उठाए गए हैं। 

हिमाचल में 15 के करीब आतंकी कनैक्शन के मामले
देखा जाए तो राज्य में वर्ष 1993 से लेकर अब तक 15 के करीब आतंकी कनैक्शन के मामले सामने आ चुके हैं। 29 जून 1993 को चम्बा बॉर्डर पर आतंकी कदम पड़े थे। इस दौरान किहार सैक्टर के जलाड़ी स्थान पर पुलिस और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ हुई थी। इसके एक दिन बाद 30 जून, 1993 की रात को पांगी सैक्टर के चील कोटधार में दहशतगर्दों ने फिर हथियारों के दम पर मजदूरों से नकदी लूटी और फरार हो गए। इसके बाद 14 सितम्बर, 1993 की रात को उग्रवादियों ने तीसा सैक्टर के सिंगड़ाधार में पुलिस पर हमला बोल दिया। इसके बाद 2 अगस्त, 1998 की रात को आतंकियों ने कालाबन में और सतरुंडी में कुछ लोगों का कत्ल करके प्रदेश की सबसे बड़ी आतंकी घटना को अंजाम दिया। इसी तरह बीच-बीच में बॉर्डर एरिया में संदिग्धों को देखे जाने के मामले सामने आते रहे हैं।