शराबियों से तंग हुए प्रवासी, अब रावी नदी के किनारे रहने को मजबूर

Sunday, Nov 10, 2019 - 12:04 PM (IST)

चम्बा (ब्यूरो): चाइल्ड लाइन से दोस्ती सप्ताह कार्यक्रम के तहत शनिवार को चाइल्ड लाइन चम्बा द्वारा स्लम एरिया माई का बाग में जाकर एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में चाइल्ड लाइन टीम समन्वयक कपिल टीम सदस्य काजू राम व ममता ने अपनी भागीदारी सुनिश्चित करवाई। इस जागरूकता कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य इस स्लम क्षेत्र में रहने वाले प्रवासी लोगों की समस्याओं का पता लगाना था। बातचीत के दौरान इस बात का पता चला कि उक्त क्षेत्र में लगभग 300 लोग झुग्गी-झोंपडिय़ों में रहते हैं जोकि बिहार व उत्तर प्रदेश राज्य से संबंधित हैं।

लोगों ने बताया कि उनके पास रहने की उचित व्यवस्था नहीं है। उन्होंने यह भी अवगत करवाया कि इस जगह आने से पहले वे सभी सुल्तानपुर के पास एक पुराने गोदाम के साथ लगती जगह में रहते थे परंतु शराबियों के तंग करने व साथ ही पहाड़ी से पत्थर दरकने के खतरे से बचने के लिए वे लोग शीतला पुल के साथ लगते माई के बाग मोहल्ले में रावी नदी के किनारे रहने को मजबूर हुए हैं। टीम द्वारा यह भी देखा गया कि उक्त परिवारों के पास न तो सर्दी में पहनने के लिए गर्म कपड़ों की उचित व्यवस्था है और न ही उनके पास उचित बिस्तर है।

इसके साथ बच्चे बहुत ही दयनीय स्थिति में रहने को मजबूर हैं क्योंकि कपड़ों के नाम पर उनके बदन पर केवल चिथड़े हैं। इस भरी सर्दी में बच्चे व बड़े सर्दी में ठिठुरने को मजबूर हैं। कपिल शर्मा ने कहा कि इस पूरी स्थिति को लेकर एक रिपोर्ट डी.सी. चम्बा को सोमवार को सौंपी जाएगी ताकि प्रशासन इन प्रवासियों की सुध ले। उन्होंने कहा कि बीते दिनों इस बारे में डी.सी. चम्बा विवेक भाटिया के साथ चर्चा की गई थी जिस पर उन्हें पूरी रिपोर्ट सौंपने के लिए कहा था।

kirti