नशे की गिरफ्त में अाज की युवा पीड़ी, इस झरने के पानी में बढ़ रहा नशे का काला कारोबार

Saturday, Mar 03, 2018 - 09:37 AM (IST)

नेरवा: नेरवा-पांवटा व फेडिजपुल-त्यूणी मार्ग पर बावडिय़ां व चश्मे आदि नशेड़ियों के अड्डे बन गए हैं। नशेड़ी इन बावडिय़ों-चश्मों के किनारे गाड़ियों में आकर नशा करते हैं व नशे की खाली शीशियों व बोतलों आदि को सड़क किनारे अथवा पानी में डाल देते हैं। नेरवा-पांवटा मार्ग पर गुम्मा के नजदीक एक मंदिर के सामने झरने के एकत्रित पानी में तैरती नशे की खाली शीशियां इस बात की गवाही देती नजर आती हैं। नशे के इस काले कारोबार से कथित रूप से कई स्थानीय लोग जुड़े हुए हैं। इनमें युवाओं की संख्या ज्यादा है। पुलिस द्वारा पूर्व में की गई कार्रवाई पर नजर दौड़ाई जाए तो इस धंधे में महिलाएं भी शामिल रही हैं।

इन तक पहुंचने में पुलिस नाकाम
कुछ वर्ष पूर्व राज्य पुलिस की सी.आई.डी. टीम ने नेरवा में दबिश देकर एक महिला को उसके किराए के कमरे से प्रबंधित दवाई की 567 शीशियों सहित धर-दबोचा था। इसके अलावा आधा दर्जन से अधिक लोगों को भी उनकी इस धंधे में संलिप्तता के चलते पुलिस उन्हें सलाखों के पीछे भेज चुकी है। पुलिस की इस कार्रवाई के बावजूद भी इस धंधे पर कोई लगाम नहीं लग पाई है। इतना जरूर हुआ है कि धंधे से जुड़े तस्कर सतर्क हो गए हैं व उन्होंने तस्करी के तरीके बदल लिए हैं। पहले जहां तस्करी के लिए वाहनों का इस्तेमाल किया जाता था, वहीं अब इस धंधे के लिए पैदल रास्तों का इस्तेमाल कर पीठ पर नशे की खेप ग्रामीण क्षेत्रों में पहुंचाई जा रही है। तस्करों द्वारा नए-नए तरीके ईजाद करने के चलते पुलिस भी इन तक पहुंचने में नाकाम है। कथित रूप से नशे की खेप उत्तराखंड के विकासनगर से लाई जाती है।

‘विशेष अभियान के तहत होगी कार्रवाई’
डी.एस.पी. चौपाल संतोष शर्मा ने बताया कि पुलिस एक विशेष अभियान के तहत तस्करों पर कार्रवाई कर रही है जिसके फलस्वरूप बीते दिनों पुलिस ने करीब 4 किलो चरस बरामद की है व एक युवक को चरस के साथ गिरफ्तार किया है। उन्होंने स्थानीय लोगों से अपील की है कि यदि किसी के तस्करी के धंधे से जुड़े होने की सूचना हो तो यह सूचना उन्हें दें। सूचना देने वाले का नाम गोपनीय रखा जाएगा।