AIIMS की जंग में कूदे कौल, दिया बड़ा बयान

Sunday, Sep 03, 2017 - 02:26 PM (IST)

शिमला: एम्स को लेकर स्वास्थ्य मंत्री कौल सिंह ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि बिलासपुर में एम्स वित्त मंत्री अरुण जेटली के भाषण तक ही सीमित है। उन्होंने कहा कि हिमाचल सरकार ने एम्स खोलने के लिए सभी फोरमेलीटिज पूरी कर ली हैं, हालांकि इसे अभी तक केंद्र से मंजूरी नहीं मिली है और न ही कोई अधिसूचना जारी हुई है। छेब स्थित क्षेत्रीय परिवार एवं कल्याण प्रशिक्षण केंद्र के गेस्ट हाउस का उद्घाटन करने के बाद मीडिया से बातचीत में कौल ने कहा कि जब तक हर्षवर्धन केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री थे तो एम्स टांडा या मंडी के लिए विचाराधीन था। इसके बाद जेपी नड्डा स्वास्थ्य मंत्री बने। 


कांगड़ा के अस्पताल को 100 बिस्तर का दर्जा देने का ढांचा तैयार
उन्होंने कहा कि जब वह नड्डा से मिले तो उन्होंने एम्स को बिलासपुर में खोलने को कहा। कौल ने कहा कि उन्हें दुख इस बात का है कि आज तक केंद्र से एम्स खोलने की कोई अधिसूचना सरकार के पास नहीं पहुंची है। हालांकि सरकार ने इसके लिए सब कुछ उपलब्ध करवा दिया है। उधर, कांगड़ा के सिविल अस्पताल को 100 बिस्तर का दर्जा देने का ढांचा तैयार है। इसे कैबिनेट बैठक में रखा जाएगा। सरकार ने फैसला लिया है कि परिमहल की तर्ज पर अब छेब संस्थान में 6 जिलों के डॉक्टरों तथा पैरा मैडिकल स्टाफ को ट्रेनिंग दी जाएगी। वहीं इस साल से सरकार ने यूनिवर्सल हेल्थ प्रोटेक्शन स्कीम शुरू की है। इसमें साल के लोगों को 365 रुपए देने पड़ेंगे। सरकार ऐसे लोगों को इलेक्ट्रॉनिक कार्ड जारी कर रही है। मंडी में महात्मा गांधी हेल्थ यूनिवर्सिटी स्थापित होगी। 


इन अस्पतालों में मिलेंगी जेनेरिक दवाएं
देश में हिमाचल पहला ऐसा राज्य है, जहां सरकार प्रति व्यक्ति प्रतिवर्ष 26 हजार रुपए खर्च कर रही है। कौल ने कहा कि अब जोनल अस्पतालों में मरीजों को 319 तरह की जेनेरिक दवाइयां फ्री दी जाएंगी। ये दवाइयां पीएचसी तक उपलब्ध करवाई जाएंगी। इतना ही नहीं अगले साल अगस्त में हमीरपुर में मैडिकल कॉलेज शुरू होगा। इसका नाम डॉ. राधा कृष्णन मेडिकल कॉलेज रखा जाएगा।