कृषि बिल ने अपना असर दिखाना किया शुरू : अजय महाजन

Saturday, Oct 10, 2020 - 04:01 PM (IST)

नूरपुर (संजीव महाजन) : केंद्र सरकार द्वारा विपक्ष के भारी विरोध के बावजूद संसद में पास किये गए कृषि सम्बन्धी बिलों ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। हालात यह बन गए हैं कि किसानों को अपनी मक्की की फसल को ओने पौने दामों में बेचने को मजबूर कर दिया गया है। जिला कांग्रेस अध्यक्ष एवं नूरपुर के पूर्व विधायक अजय महाजन ने राजा का बाग में पत्रकार वार्ता के दौरान कहा कि कांग्रेस पार्टी और विभिन्न किसान संगठन इन विधेयकों का भारी विरोध करते हुए सड़कों पर संघर्ष कर रहे हैं। लेकिन सरकार किसान की आवाज को अनसुना कर किसानी को पूरी तरह पूंजीपतियों के हवाले कर चुकी है। विधेयकों के बाद एफसीआई के क्षेत्रीय खरीद केंद्र बंद हो चुके हैं और किसानों को व्यपारियों पर निर्भर कर दिया गया है जो किसानों को लूट रहे हैं। 

महाजन ने कृषि विधेयकों के आने के बाद की स्थिति की असलियत बताते हुए कहा कि पिछले साल मक्की की फसल का एमएसपी 1850 था और तब मक्की की फसल 1900 से 2000 रुपये क्विंटल बिकी थी और अब कृषि बिल आने के बाद व्यापारियों द्वारा वही मक्की की फसल 800 रुपये किवंटल खरीदी जा रही है जोकि एमएसपी से भी आधे रेट में सिमटकर रह गई है। उन्होंने कहा कि हिमाचल में मक्की की एक अहम फसल है जोकि किसानों की आर्थिकी का एक जरिया है लेकिन इस बार मिल रहे ओने पौने दाम से किसान को लुटने पर मजबूर किया गया है। एक ओर सरकार किसानों की आय दोगुनी करने का झूठा रोना रो रही है लेकिन उपरोक्त आंकड़ों से पता चलता है कि किसान को लागत मूल्य भी न मिलने से आय गोगुनी कैसे हो सकती है। 

उन्होंने कहा कि भाजपा के नेता किसानों व आम जनता की आँखों मे धूल झोंक कर किसानी को चंद उद्योगपतियों के हवाले करने की ओर बढ़ रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि एक तरफ कोविड 19 के कारण किसानों को पहले ही भारी नुकसान हो चुका है। बेहतर यह होता कि केंद्र सरकार किसानों को राहत पहुंचाने के लिए पर्याप्त कदम उठाती लेकिन पूरे देश के ढांचे को लगातार निजीकरण और पूंजीपतियों के हवाले करने की रफ्तार में अब किसानों को भी उन्हीं के हवाले किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कृषि विधेयक किसान के हित में न होकर बड़े उद्योगपतियों के हितों को साधने का षडयंत्र हैं जो धीरे धीरे किसान की जमीनों को भी लील जाएंगे । कांग्रेस इस मुद्दे पर संघर्षरत है देश और प्रदेश के अन्नदाता से किया जा रहा धोखा भाजपा को ले डूबेगा। महाजन ने सरकार से मांग की है कि सरकार तुरन्त प्रभाव से खरीद केंद्र खोले और किसानों को एमएसपी के हिसाब से दाम उपलब्ध करवाए जाएं।
 

prashant sharma