कांग्रेस से बगावत के बाद बोले, हरीश जनारथा, मैं कांग्रेस से जुड़ा हूं और रहूंगा

Saturday, Nov 04, 2017 - 08:31 PM (IST)

शिमला: हिमाचल में विधानसभा चुनाव को लेकर हर नेता अपनी जीत पक्की बता रहा। कांग्रेस से टिकट न मिलने और पार्टी से निकाले जाने के बाद हरीश जनारथा ने अपने दिल की बात पंजाब केसरी के समक्ष रखी। उन्होंने बताया, टिकट का गलत आबंटन हुआ है मैंने कांग्रेस के साथ बगावत नहीं की है। मैं कांग्रेस से जुड़ा हूं और जुड़ा रहूंगा। मेरी विचारधारा कांग्रेस से संबंधित है। उन्होंने मीडिया को बताया,  जो शिमला शहरी सीट पर टिकट का आबंटन हुआ ये कांग्रेस की एक सौ एक प्रतिशत हारी हुई सीट थी, लेकिन सच्चा कांग्रेसी होने के नाते हमने पिछले पांच साल में काम किया है। इस सीट को हम हारने नहीं देंगे, इस सीट को मैं निकालकर दूंगा।

कांग्रेस ने छह साल के लिए निकाला
हां कांग्रेस से छह साल के लिए निकालकर मुझे सजा दे दी गई है, मुझे पहले भी यह सजा दी गई और बाद में मुझे पार्टी में ले लिया था। मेरी जरूरत पड़ेगी तो आएंगे।  अगर कोई गलती हो तो सजा दें। हाईकमान को बिना हकीकत जाने किसी को निकालने और रखने का हक नहीं।

क्या यह अनुशासनहीनता नहीं है : संवाददाता
नो, मैंने अनुशासनहीनता नहीं की है। इससे मैं कांग्रेस पार्टी को एक मैसेज देना चाहता हूं। हाईकमान को ग्राउंड रियलिटी जानने के बाद ही टिकट आबंटन करना चाहिए। हम स्ट्रांग कैंडिडेट हैं। क्या इस बात का पार्टी को पता नहीं था। स्ट्रांग कैंडिडेट का पता सीआईडी रिपोर्ट, आईबी रिपोर्ट से पता चल जाता है। टिकट आबंटन के दौरान जानना जरूरी है कि स्ट्रांग कैंडिडेट कौन है।

टिकट क्यों कटा: संवाददाता
ये मैं नहीं जानता कि टिकट क्यों काटा गया, ये वही जानें कि टिकट क्यों काटा गया, टिकट देने या काटने का दायरा है इस बारे में मुझे नहीं पता। इस सीट पर बीजेपी या सीपीएम को देने का प्रयास किया गया। 

टिकट कटने के बाद वीरभद्र से क्या हुई थी बात: संवाददाता
वीरभद्र सिंह से मेरी बात हुई है और उन्होंने मुझे आजाद न लडऩे का काफी दबाव डाला। दुर्भाग्यवश मैं नहीं माना, हां, टिकट कटने के बाद मैंने पहली बार उनकी बात टाली है। इसके लिए मैं माफी मांगता हूं। हमने काम किया इस मुद्दे को लेकर हम लोगों के बीच जाएंगे।

पार्टी से बगावत करके चुनाव लडऩा ठीक है : संवाददाता
कांग्रेस पार्टी से टिकट न मिलने पर भावुक तौर मैंने आजाद प्रत्याशी चुनाव लडऩे का निर्णय नहीं लिया है। मैं कांग्रेस परिवार से संबंधित हूं और मेरी विचारधारा कांग्रेस की ही रहेगी। अगर कांग्रेस की मुख्य धारा से दूर करने की कोशिश करेंगे तो हम होने नहीं देंगे। हम भी फाइटर हैं और लड़ेंगे। उन्होंने अपनी जीत दर्ज करने का भी दावा किया और कहा, मैं जीत के लिए लड़ रहा हूं।