वन रक्षक की मौत के बाद हरकत में आई सरकार, शिमला में हुआ सम्मेलन

Saturday, Jun 24, 2017 - 09:21 PM (IST)

शिमला: वन रक्षक होशियार सिंह की मौत के बाद सरकार हरकत में आ गई है। इस संबंध में शनिवार को शिमला के होटल होली डे होम में वन रक्षकों का सम्मेलन हुआ जिसका शुभारंभ अतिरिक्त मुख्य सचिव वन तरुण कपूर ने किया। सम्मेलन में सुरक्षा से जुड़े उपायों पर मंथन किया गया। करसोग की कटांडा बीट में हुए अवैध वन कटान की स्टेटस रिपोर्ट एस.आई.टी. ने वन विभाग के मुखिया पी.सी.सी.एफ. एस.एस. नेगी को सौंपी है। सरकार ने ए.पी.सी.सी.एफ. एच.एस. डोगरा की अध्यक्षता में एस.आई.टी. गठित की थी। सम्मेलन में वन रक्षकों ने भी अपने-अपने क्षेत्र में किए जा रहे उत्कृष्ट कार्य व कठिनाइयों को सबके साथ सांझा किया।



करसोग में फील्ड की ड्यूटी करने को कोई नहीं तैयार
करसोग क्षेत्र में फील्ड की ड्यूटी करने को कोई भी तैयार नहीं है। यह मुद्दा सम्मेलन में प्रमुखता से उठा। सम्मेलन में उच्च अधिकारी व 175 वन रक्षक भी मौजूद थे। समापन समारोह की अध्यक्षता वन मंत्री ठाकुर सिंह भरमौरी ने की। उन्होंने कहा कि वन रक्षक वन विभाग की नींव हंै। उन्होंने कहा कि सरकार प्रयासरत है कि वन रक्षकों को बंदूकें दी जाएं। इसके अतिरिक्त उनके लिए लाइसैंस का भी प्रावधान किया जा रहा है। वन रक्षकों को पिस्टल खरीदने के लिए बजट भी उपलब्ध करवाया जाएगा।