वनरक्षक के मौत मामले में CID के बाद अब यह एजैंसी भी करेगी जांच

Saturday, Jul 01, 2017 - 10:11 PM (IST)

शिमला: करसोग के कटांडा बीट के गार्ड होशियार सिंह की मौत की गुत्थी अनसुलझी ही है। बेशक एक पखवाड़े बाद भी स्टेट सी.आई.डी. के हाथ खाली हों लेकिन सूत्रों के अनुसार इसकी सिफारिश पर वन अधिकारियों की संपत्ति की विजीलैंस जांच आरंभ हो गई है। जांच की जद्द में वे सभी आएंगे, जिनका जिक्र सुसाइड नोट में है। इसमें आरोपी बी.ओ. तेज राम पर ही सबसे ज्यादा गाज गिरने की संभावना जताई जा रही है। उधर, मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने भी सी.आई.डी. के अधिकारियों के साथ मंत्रणा की। उन्होंने जांच एजैंसी को निष्पक्ष कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं लेकिन सरकार ने पूरे मामले की सी.बी.आई. जांच से इंकार कर दिया है। 

3 एजैंसियां मामले की जांच में जुटीं
अब 3-3 एजैंसियां मामले की जांच करने में जुटी हुई हैं। सी.आई.डी. की जांच के अनुसार गार्ड होशियार सिंह पिछले महीने 5 जून को लापता हुआ था। मृतक के चाचा परस राम की शिकायत पर स्थानीय पुलिस ने 9 जून को हत्या का मामला दर्ज किया था लेकिन सुसाइड डायरी, नोट मिलते ही दूसरे ही दिन 10 जून को पुलिस ने धारा 302 को हटा लिया। इसकी जगह आत्महत्या के लिए उकसाने की नई धारा 306 जोड़ी गई। करसोग मंडल में काटे गए सैंकड़ों पेड़ों के कटान के मामले में वन महकमे की एस.आई.टी. जांच कर रही है। विभाग ने हाईकोर्ट में स्टेटस रिपोर्ट फाइल कर ली है। अब इस पर 4 जुलाई को सुनवाई होगी। कटांडा में हुए वन कटान को लेकर अब अधिकारियों पर कार्रवाई की गाज गिर सकती है।