बर्ड फ्लू की दस्तक के बाद चार उपमंडलों में प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग रख रहा नजर

Wednesday, Jan 06, 2021 - 12:21 PM (IST)

धर्मशाला/हरिपुर (तनुज/गगन): पौंग झील में कोरोना काल के बीच बर्ड फ्लू (एच5एन1 एवियन इन्फ्यूलेंजा) की दस्तक ने प्रदेश को अलर्ट पर रख दिया है। झील के साथ लगते 4 उपमंडलों में विशेष तौर पर जिला प्रशासन, स्वास्थ्य व पशु पालन विभाग सहित वाईल्ड लाईफ विंग भी नजर बनाए हुए है। क्षेत्र में वाईल्ड लाईफ विंग के कर्मचारियों द्वारा पक्षियों की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है। जिससे कि इस फ्लू को इन्सान में पहुंचने से रोका जा सके। वहीं, विदेशी परिंदों की मौतों के चलते बंद की गई मत्स्य आखेट के कारण झील में मछली उत्पादन का काम करने वाले मछुआरों की रोजीरोटी पर भी संकट डाल दिया है। पहले कोरोना काल में मछुआरों को परेशानियों का सामना करना पड़ा तथा अभी हाल ही में मत्स्य आखेट से जुड़े लोगों का रोजगार पटरी पर उतरने लगा था। लेकिन अब बर्ड फ्लू के चलते इस पर लगे प्रतिबंध ने इनके माथे पर चिंता की लकीरें खींच दी हैं। 
विदेशी परिंदों की मौत का लगातार बढ़ रहे आंकड़ों ने सबंधित क्षेत्रों में प्रतिबंध लगा दिया है। पौंग झील में बर्ड फ्लू से प्रवासी पक्षियों की मौत का आंकड़ा 2700 पार कर गया है।

अलर्ट पर स्वास्थ्य विभाग
जिला स्वास्थ्य विभाग भी पौंग में विदेशी परिंदों में बर्ड फ्लू की पुष्टि होने के बाद अलर्ट हो गया है। झील के साथ लगते क्षेत्रों के स्वास्थ्य अधिकारियों को हर गतिविधि पर नजर रखने के लिए कहा गया है। सी.एम.ओ. कांगड़ा डा. गुरदर्शन गुप्ता ने बताया कि सबंधित क्षेत्रों के बी.एम.ओ. व एस.एम.ओ. को निर्देश दिए गए हैं कि यदि किसी व्यक्ति में लक्षण पाए जाते हैं तो तुरंत इसकी सूचना दी जाए। साथ ही संदिग्ध व्यक्ति की जांच के साथ ही उसका उपचार आदि प्रक्रिया को शुरु कर दिया जाए। वहीं, पौंग झील के पक्षियों में पाया गया बर्ड फ्लू सामान्य फ्लू नहीं है, यह पक्षियों से इन्सान में भी फैल सकता है। जिसके चलते मृत पक्षियों को नष्ट करने के लिए कर्मचारियों को पी.पी.ई. किट मास्क और ग्लब्स पहनने के निर्देश दिए गए हैं।

पोल्ट्री फार्म से 119 सेंपल जांच को भेजे जालंधर
प्रवासी पक्षियों में बर्ड फ्लू होने की पुष्टि होने के बाद पौंग झील के साथ लगते पोल्ट्री फार्म से भी पशु पालन विभाग सेंपल जुटाने में जुट गया है। एहतियात के तौर पर झील के एक किलोमीटर के दायरे में स्थित पोल्ट्री फार्म से 119 सेंपल जांच को जालंधर भेजे गए हैं। इनकी रिपोर्ट आगामी एक-दो दिनों में विभाग के पास पहुंचेगी। उप-निदेशक पशु पालन विभाग धर्मशाला संजीव धीमान ने बताया कि यदि पोल्ट्री फार्म में भी यह फ्लू पाया जाता है तो आगामी प्रक्रिया अमल में लाई जाएगी।

Jinesh Kumar