राज्यपाल की कुर्सी पर बैठने को लेकर शांता ने दिया यह बड़ा बयान (Video)

Tuesday, May 21, 2019 - 04:55 PM (IST)

पालमपुर (मुनीष दीक्षित): चुनाव की राजनीति छोडऩे के बाद यदि राज्यपाल बनने का अवसर मिलता है बारे पूछे जाने पर वरिष्ठ भाजपा नेता शांता कुमार ने कहा कि फिलहाल मेरी ऐसी कोई इच्छा नहीं है। पहले भी इस बारे बात हुई थी। मैं अब कहीं भी बंद होकर नहीं बैठना चाहता हूं। मेरी अभी ऐसी कोई इच्छा नहीं है। मैं अपने जीवन के अंत में ऐसे स्थान पर नहीं रहना चाहता जहां पूरी तरह बंद होकर रह जाऊं। उन्होंने कहा कि मैंने चुनाव की राजनीति छोड़ी है, राजनीति नहीं। जब भी पार्टी को मेरी जरूरत होगी, मैं योगदान दूंगा। शांता ने कहा कि इस समय मेरा लक्ष्य 100 वृद्धों के लिए विश्रांति नाम से आश्रम बनाने का है। इस दिशा में मैं काम कर रहा हूं। उन्होंने कहा कि राजनीति के अंदर अवमूल्यन सभी जगह हो रहा है। सबसे बड़ी समस्या राजनीति का अवमूल्यन है, आज नेता शब्द को वो सम्मान नहीं मिल पा रहा है, फिर भी खुशी है कि सबसे अधिक मूल्य की राजनीति यदि कोई कर रही है तो वह भाजपा ही कर रही है। उन्होंने कहा कि सुरेश चंदेल का कांग्रेस में जाना दुर्भाग्यपूर्ण रहा है, यह पार्टी के लिए भी सही नहीं है। मैं समझता हूं कि उनका अब कोई राजनीतिक भविष्य हिमाचल में नहीं बचा है। 

सुरेश चंदेल को मेरी बात मान लेनी चाहिए थी

पूर्व सांसद सुरेश चंदेल के भाजपा छोडऩे बारे शांता कुमार ने कहा कि मुझे लगता है कि इस समय सुरेश चंदेल बुरी तरह से पश्चाताप कर रहे होंगे। उन्हें मेरी सलाह माननी चाहिए थी, पार्टी छोड़कर कांग्रेस के डूबते जहाज में इस मौके पर छलांग लगाने की जरूरत क्या थी। 

परिवार संग उतार रहे थकावट

शांता कुमार ने कहा कि चुनावी प्रचार अभियान के दौरान जो थकावट आई है उसे दूर करने के लिए वह परिवार के साथ समय बिताकर आराम कर रहे हैं। वहीं उन्होंने कहा कि एग्जिट पोल ने इस थकावट को और दूर कर दिया है तथा 23 मई को आने वाले चुनाव परिणाम से रही सही थकावट भी पूरी तरह से दूर हो जाएगी।

Ekta