7 दिन बाद बर्फ की कैद से निकले सैंकड़ों लोग, 188 गाड़ियों ने पार किया रोहतांग दर्रा

Thursday, Nov 23, 2017 - 11:16 PM (IST)

मनाली: रोहतांग दर्रे के उस पार बर्फ की वादियों में 6 रातें काटने के बाद 400 के लगभग लोग रोहतांग दर्रा पार कर अपने घर पहुंच गए हैं। 54 बड़ी गाड़ियों सहित 188 वाहनों ने रोहतांग दर्रा पार कर मनाली में दस्तक दी। रैस्क्यू टीम कोकसर की निगरानी में सुबह 11 बजे वाहनों ने कोकसर से रोहतांग की ओर कूच किया। शाम 4 बजे तक लाहौल व पांगी घाटी के लोगों का आना लगा रहा। बी.आर.ओ. ने रोहतांग दर्रे को कल ही बहाल कर दिया था लेकिन शाम हो जाने के कारण वाहनों को नहीं भेजा जा सका था। वीरवार सुबह से लाहौल घाटी बादलों से ढक गई, जिस कारण मनाली आने वाले लोगों की धड़कनें तेज हो गईं। बादल देख लोग सहम से गए लेकिन लाहौल-स्पीति प्रशासन की पहल से 7 दिन से फंसे हुए लोगों को घाटी से बाहर निकाला गया। 

रोहतांग दर्रे में जम रहा है पानी, जोखिम बरकरार
रोहतांग दर्रे में पानी जमने से वाहन चालकों की दिक्कतें बढ़ गई हैं। कोकसर रैस्क्यू टीम ने वाहनों के काफिले को रोहतांग तक पहुंचाया, जबकि रोहतांग से मढ़ी तक वाहनों का काफिला मढ़ी रैस्क्यू टीम की निगरानी में मनाली रवाना हुआ। कोकसर रैस्क्यू टीम के प्रभारी पवन ने बताया कि 54 बड़ी गाडिय़ों सहित कुल 188 गाडिय़ों ने रोहतांग दर्रे को पार कर कोकसर से मनाली दस्तक दी। उन्होंने बताया कि रोहतांग दर्रे के कुछ भागों में पानी जमने से दिक्कतें बढ़ी हैं।

क्या कहते हैं केलंग के एस.डी.एम.
एस.डी.एम. केलंग कुलदीप सिंह राणा ने बताया कि लाहौल-स्पीति प्रशासन ने प्राथमिकता के हिसाब से लाहौल में फंसे लोगों को घाटी से बाहर निकाला है। उन्होंने बताया कि सुबह 11 से शाम 4 बजे तक कोकसर से वाहनों को मनाली भेजा गया। बहरहाल लाहौल में फंसे लोगों को प्रशासन ने 7 दिन के बाद घाटी से बाहर भेज कर उन्हें राहत दी है।