त्योहारी सीजन में बिकने लगी मिलावटी मिठाइयां, रहे सावधान! कहीं स्वाद का शौक जानलेवा ना हो जाए

Friday, Oct 04, 2019 - 02:21 PM (IST)

ऊना (अमित): पर्व तथा त्योहारों पर खुशियां के साथ मिठास का नाता बहुत पुराना है। समय बदला लेकिन त्योहारों पर मिठाइयां बांटने और खिलाने की परंपरा आज भी कायम है पर त्योहारी सीजन में लोगों की सेहत के साथ खिलवाड़ करने वाले भी कम नहीं हैं। अधिक मुनाफा कमाने के चक्कर में मिठाइयों समेत अन्य खाद्य पदार्थों में मिलावट करने और नकली खोवा का चलन भी धड़ल्ले से लगातार बढ़ा है। पिछले अढ़ाई साल से ऊना जिला में खाद्य सुरक्षा अधिकारी का पद खाली चल रहा है। अप्रैल 2017 के बाद किसी भी फूड सेफ्टी ऑफिसर को तैनात नहीं किया गया जबकि इससे पहले भी करीब दो साल तक अन्य जिला के अधिकारी को ही ऊना जिला का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया था। जिस कारण मिलावटी खाद्य पदार्थों के सैम्पल नहीं लिए जा रहे है। 

दीपावली सहित अन्य त्यौहारों को लेकर मिठाई विक्रेताओं ने तैयारियां शुरू कर दी है और मोटे मुनाफे के चक्कर में कई दुकानदार मिलावटी सामान भी तैयार कर रहे है। स्वास्थ्य विभाग समय-समय पर दुकानों के निरीक्षण का दावा तो कर रहा है, लेकिन सिर्फ निरीक्षण मात्र से मिलावटी खाद्य वस्तुओं पर लगाम लगाना काफी मुश्किल है। ऐसे में सरकार द्वारा लोगो को शुद्ध खाद्य पदार्थ उपलब्ध करवाने के दावों पर कितना अम्ल हो पाएगा इसका अंदाजा आप स्वंय लगा सकते है।

इस गंभीर मामले को लेकर सरकार और विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठना लाजमी है कि आखिर सरकार और विभाग मिलावटखोरों पर इतनी कृपा दृष्टि क्यों दिखा रहे है। स्थानीय लोगों की माने तो यह एक गंभीर मुद्दा है सरकार को तुरंत इस पर ध्यान देना चाहिए ताकि लोगों को बिना मिलावट के खाद्य पदार्थ उपलब्ध हो सके और लोगो की सेहत से भी खिलवाड़ ना हो। सहायक आयुक्त ने माना कि फ़ूड सेफ्टी ऑफिसर ही खाद्य पदार्थो की सैंपलिंग के लिए अधिकृत है। उन्होंने कहा कि वो खुद मिलावटखोरी को लेकर जल्द ही निरीक्षण और लोगों को जागरूक करने का काम करेंगे।

Ekta