अपनी दयनीय हालत पर आंसू बहा रहा यह लोहे का पुल, प्रशासन बेखबर (Video)

Friday, Sep 06, 2019 - 04:41 PM (IST)

कुल्लू (मनमिंदर): जिला कुल्लू के मुख्यालय रामशिला में बना हुआ लोहे का पुल अपनी दयनीय हालत पर आंसू बहा रहा है। पुल की खराब हालत को देखते हुए अब स्थानीय लोगों को भी यहां किसी हादसे की चिंता सता रही है। भूतनाथ पुल व अखाड़ा बाजार में वैली ब्रिज के ढह जाने के बाद अब सारा ट्रैफिक का भार इस पुल पर पड़ गया है। हालांकि इस पुल पर पैदल लोगों की आवाजाही अधिक रहती थी लेकिन भूतनाथ पुल व वेली ब्रिज की अप्रोच रोड बह जाने से अब इस पुल पर वाहनों का दबाव बढ़ गया है। जिसके चलते अब यहां किसी घटना की आशंका भी बनी हुई है।

वहीं स्थानीय लोगों का भी कहना है कि इस पुल की लंबे समय से मरम्मत नहीं हो पाई है। उनका कहना है कि पहले लोग भूतनाथ पुल व वैली ब्रिज के माध्यम से अपने वाहनों को नदी के आर पार ले जाते थे। लेकिन जब से भूतनाथ व वैली ब्रिज पुल यातायात के लिए बंद हुआ है तो अधिकतर छोटी गाड़ियां इसी पुल से गुजर रही है। वहीं इस पुल की तारे भी काफी कमजोर हो चुकी हैं और पैदल चलते समय बिल्कुल काफी मिलता है। उनका कहना है कि सुबह व शाम के समय स्कूल के बच्चों का यहां से काफी आना-जाना लगा रहता है। ऐसे में अगर जल्द ही इस पुल की मरम्मत नहीं की गई तो कभी भी हां कोई बड़ा हादसा पेश हो सकता है।

वहीं रामशिला के स्थानीय निवासियों ने सरकार से मांग रखी है कि जल्द से जल्द इस पुल की भी मरम्मत की जाए और वैली ब्रिज की अप्रोच रोड को भी ठीक किया जाए। ताकि यातायात का दबाव भी कम हो सके। रामशिला पुल के पास दूकान करने वाले जयराम का कहना है की पुल की हालत बहुत खराब है शहर में दो पुल पहले ही खस्ता हालत में है और अब एकमात्र यही पुल बचा है जिसके ऊपर से वाहनों की आवाजाही हो रही है लेकिन पुल की तारे ढीली हो चुकी हैं और साथ ही इसकी सेफ्टी दीवार में भी दरारें पढ़ चुकी हैं कोई भी बड़ा हादसा हो सकता है। प्रशासन को कोई हादसा होने से पहले ही त्वरित कार्यवाही करनी चाहिए ताकि आसपास के लोगों की असुविधा का सामना ना करना पड़े।

वहीं राजकुमार का कहना है कि खराहल घाटी से बाजार को आने के लिए यही एकमात्र पुल अब बचा हुआ है। रोजाना बहुत से बच्चे स्कूल की तरफ जाते हैं प्रसाशन को ध्यान देना चाहिए कि कोई कोई बड़ा हादसा ना हो जाए। इससे पहले या तो पुल को रिपेयर किया जाए या कोई वैकल्पिक रास्ता बनाया जाए।

Edited By

Simpy Khanna