2 बच्चियों की जान बचाने में चौपाल के युवक ने गंवाई अपनी एक टांग, मदद करना भूले प्रशासन व सरकार

Saturday, Apr 27, 2024 - 09:20 PM (IST)

सोलन (नरेश पाल): सरकार व प्रशासन विश्व धरोहर कालका-शिमला रेलमार्ग पर सोलन बाईपास के पास 2 बच्चियों की जान बचाने में अपनी टांग गंवाने वाले युवक की मदद करना ही भूल गए। पीजीआई से इलाज करवाकर लौटे 24 वर्षीय ऋतिक चौहान ने उन लोगों का आभार व्यक्त किया है, जो उनकी मदद के लिए आगे आए हैं। उन्हें आज भी उस बच्ची की चिंता थी जो इस हादसे में घायल हो गई थी। उन्होंने प्रशासन व सरकार से उस बच्ची की मदद करने की गुहार लगाई है।

जिला शिमला के चौपाल के चम्बी क्षेत्र के ऋतिक चौहान ने बताया कि 8 अप्रैल की रात को करीब 8 से 8:30 बजे अपने ऑफिस से छुट्टी करके क्वार्टर में जा रहा था। जब रेलवे ट्रैक के पास पहुंचा तो उसने देखा कि 2 बच्चियां ट्रैक से अपने घर की ओर जा रही थीं। उसी समय सामने से ट्रेन आ गई। दोनों बच्चियां ऐसी जगह पर खड़ी हो गईं जहां पर स्पेस बहुत कम होता है। उन्हें हटाने के लिए वह उनके पास पहुंचा लेकिन वक्त बहुत कम था। मन में एक ही ख्याल था कि बच्चियों की जान को बचाना है। वह अपनी जान की परवाह किए बिना बच्चियों को पीछे हटाने में कामयाब हो गया, लेकिन ट्रेन की एक पाइप में फंसने के कारण वह ट्रेन की चपेट आ गया। इस कारण एक बच्ची को चोट लग गई। इस हादसे में उसकी घुटने से नीचे बाईं टांग को काट दिया गया है जबकि दूसरी टांग में रॉड डाली गई है।

ऋतिक ने रेलवे प्रशासन से आग्रह किया है जिस स्थान पर यह हादसा हुआ है वहां पर बहुत कम स्पेस है जबकि रेलवे ट्रैक से नीचे एक बड़ी कालोनी है। बड़ी संख्या में लोग यहां से गुजरते हैं। ट्रेन आने के समय लोगों के पास साइड में जाने का कोई विकल्प नहीं है। लोगों की सुरक्षा के लिए वहां पर प्वाइंट को खोलना चाहिए या फिर पुल का निर्माण करना चाहिए ताकि लोग सुरक्षित होकर आवागमन कर सकें। ऋतिक ने बताया कि प्रशासन की ओर से अभी तक कोई मदद नहीं मिली है। वह सोलन में निजी क्षेत्र में नौकरी करता था। अब वह अपने गांव जा रहा है।

ऋतिक से मासूम बच्चियों की मां कृष्णा देवी भी मिली। उसने बताया कि वह उनकी धन्यवादी है जिन्होंने उनकी बच्चियों की जान बचाई है। उन्होंने सरकार से मांग की है कि इस बहादुर लड़के को सरकारी नौकरी देनी चाहिए। उसने अपनी जान की परवाह किए बिना उसकी दोनों बच्चियों को बचाया है। ऋतिक के कारण ही उनकी दोनों बच्चियों को जीवनदान मिला है।
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Content Writer

Vijay