कुलपति के खिलाफ दुष्प्रचारक पोस्टर लगाने वालों पर होगी कार्रवाई : CM

Friday, May 26, 2017 - 01:15 AM (IST)

शिमला: वीरवार को हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में कुल्लू छात्र कल्याण संघ के वार्षिक समारोह की अध्यक्षता करते हुए मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि विद्यार्थी हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय का शैक्षणिक माहौल खराब न करें। उन्होंने विद्यार्थियों से विश्वविद्यालय परिसर में शैक्षणिक माहौल कायम रखने को कहा है। उन्होंने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण घटना है कि छात्र संगठन के कुछ छात्रों ने आऊटगोइंग कुलपति के खिलाफ  दुष्प्रचारक पोस्टर लगाए। यह व्यवहार शिक्षित युवाओं को बिल्कुल भी शोभा नहीं देता। उन्होंने दोषियों का पता लगाने तथा उनके खिलाफ  सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए।

भाजपा पर भी साधा निशाना
उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा शैक्षणिक संस्थान खोलने का आए दिन विपक्ष द्वारा विरोध किया जाता है लेकिन विपक्ष का ऐसा करना बिल्कुल भी तर्कसंगत नहीं है। इसका प्रमाण हाल ही में एक सर्वेक्षण द्वारा प्रदेश को बड़े राज्यों की श्रेणी में शिक्षा के लिए सर्वश्रेष्ठ राज्य घोषित किया जाना है, जो सरकार द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में किए गए प्रयासों का ही फल है। उन्होंने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि भाजपा नेता प्रदेश के लोगों विशेषकर युवाओं को शिक्षित और जागरूक होते हुए नहीं देख सकते हैं क्योंकि शिक्षित होने के उपरांत वे भाजपा की बांटने की नीति को समझ जाएंगे।

दूरदराज के क्षेत्रों के स्कूलों में रिक्त पदों पर जताई चिंता 
मुख्यमंत्री ने प्रदेश के दूरदराज के क्षेत्रों के स्कूलों में रिक्त पदों पर ङ्क्षचता जाहिर करते हुए कहा कि हालांकि शिक्षकों के कई पद भर दिए गए हैं लेकिन इन क्षेत्रों से अभी भी इस संबंध में शिकायतें प्राप्त हो रही हैं। उन्होंने शिक्षकों को चेताया कि वे अपने पसंदीदा स्थान पर नियुक्ति करवाने में व्यस्त रहने की बजाय प्रदेश के दूरदराज के क्षेत्रों के बच्चों की शिक्षा प्रदान करने पर ध्यान केंद्रित करें।

एस.सी.ए. चुनाव इस बार भी न करवाने के दिए संकेत
हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय सहित कालेजों में इस वर्ष भी एस.सी.ए. चुनाव आयोजित होने की संभावना कम है। मुख्यमंत्री ने कहा कि एस.सी.ए. चुनाव के दौरान शिक्षण संस्थानों में हिंसा और अनुशासनहीनता होती है, ऐसी स्थिति में एस.सी.ए. चुनाव करवाना सही नहीं है। इस अवसर पर विधायक खूब राम तथा कार्यवाहक कुलपति प्रो. राजेंद्र सिंह चौहान भी उपस्थित थे।