फोरैस्ट गार्ड की Viral Video पर वन मंत्री ने लिया संज्ञान, RO व Deputy Ranger पर गिरी गाज

Friday, Jan 26, 2018 - 12:01 AM (IST)

शिमला: चौपाल वन मंडल के सरांह क्षेत्र में हो रही अवैध तस्करी के मामले के वीडियो के वायरल होने के बाद रेंज ऑफिसर पुरुषोत्तम ठाकुर और डिप्टी रेंजर रणवीर सिंह पर गाज गिर गई है। वन मंत्री गोविंद ठाकुर ने वन विभाग का अतिरिक्त कार्यभार देख रहे ए.सी.एस. श्रीकांत बाल्दी को निर्देश दिए हैं कि आर.ओ. और डिप्टी रेंजर को तुरंत प्रभाव से पद से हटाया जाए। उन्होंने इस मामले में विभागीय जांच शुरू करने के निर्देश दिए हैं। वन मंत्री के मुताबिक डी.एफ.ओ. चौपाल को भी इस मामले की खबर लेनी चाहिए थी। आर.ओ. और डिप्टी रेंजर पर वन रक्षक रवि शर्मा की सोशल मीडिया में वायरल हुई वीडियो के बाद यह कार्रवाई की गई है। 

क्या कहते हैं आर.ओ. सरांह चौपाल
आर.ओ. सरांह चौपाल पुरुषोत्तम ठाकुर का कहना है कि वन रक्षक ने 4-5 दिन पहले अवैध रू प से सिडार ऑयल निकालने की सूचना दी थी। इसके बाद उन्होंने 5 लोगों की टीम गठित की। जिस दिन सिडार पकड़ी गई, उस दिन उन्हें शाम 7 बजे के करीब सहायता के लिए फोन आया। उन्होंने कहा कि बाद में मोबाइल की कनैक्टीविटी सही न होने से वन रक्षक से संपर्क नहीं हो पाया। उनके पास पुलवाहल ब्लाक का भी अतिरिक्त चार्ज है, इसलिए समय पर मदद नहीं मिल पाई। वहीं डी.एफ.ओ. एम.एस. चंदेल का कहना है कि वन विभाग ने अपने स्तर पर मामले की जांच शुरू कर दी है।उन्होंने कहा कि 2 दिन में जांच पूरा करके सरकार को रिपोर्ट सौंप दी जाएगी। उन्हें वन रक्षक रवि शर्मा ने अवैध रूप से सिडार निकालने की सूचना नहीं दी थी।

क्या हैं आरोप
आरोप है कि आर.ओ. और डिप्टी रेंजर ने वन रक्षक रवि शर्मा केमदद मांगनेके बाद भी सहायता नहीं की। उसने बीते 16 जनवरी आर.ओ. को सूचना दी थी कि शिलान जंगल में 10 से 12 लोग अवैध रूप से भट्ठी लगाकर सिडार वुड ऑयल निकाल रहे हैं। जिस दिन रवि ने इसकी सूचना विभाग को दी तो उसके साथ एक वर्कर था लेकिन वन माफिया 10 से 12 लोग थे। यह देखते हुए रवि ने वन माफिया को रंगे हाथ पकडऩे के लिए एक दर्जन विभागीय कर्मचारी भेजने की आर.ओ. से मांग की लेकिन विभाग से 7 दिन तक मदद नहीं मिली। 23 जनवरी को दोपहर करीब 2 बजे रवि ने 3 फोरैस्ट गार्ड और एक चौकीदार की मदद से एक व्यक्ति को करीब 200 लीटर सिडार वुड ऑयल के साथ पकड़ा और इसकी सूचना आर.ओ. को दी। इस दौरान रवि ने सिडार की पकड़ी गई 6 कैनी को मुख्यालय तक लाने के लिए गाड़ी या लेबर देने की मांग की लेकिन आर.ओ. ने गाड़ी और लेबर का इंतजाम नहीं किया।

बर्फबारी की परवाह किए बगैर निभाई ड्यूटी
करीब साढ़े 3 बजे बर्फबारी शुरू हुई और अंधेरा होते देख सिस्टम से खिन्न वन रक्षक अपने 4 अन्य कर्मियों के साथ खुद ही पीठ पर सिडार ऑयल की कैनी उठाकर चल पड़े। उन्होंने न तो बर्फ की परवाह की और न ही वन माफिया की। इस दौरान रवि शर्मा ने एक वीडियो बना दिया और इसे मीडिया में वायरल कर दिया। इस वीडियो पर वन मंत्री ने सख्त रुख अपनाते हुए आर.ओ. और डिप्टी रेंजर को हटाने के निर्देश दे दिए हैं। वन रक्षक होशियार सिंह की हत्या के बाद पूर्व की वीरभद्र सरकार ने वन रक्षकों को हथियार देने के दावे किए थे। मौजूदा सरकार के वन मंत्री गोविंद ठाकुर ने भी संवेदनशील क्षेत्रों में वन रक्षकों को हथियार देने की बात दोहराई है लेकिन धरातल में अब तक ऐसा नहीं किया जा सका। इससे वन रक्षक डरे व सहमे हुए हैं।

सम्मानित होगा वन रक्षक रवि
वन रक्षक रवि शर्मा का वायरल वीडियो देखने के बाद ऐसा लग रहा है मानों वन रक्षक दहशत में हैं। ऐसे माहौल में वन रक्षक पूरी तत्परता के साथ काम नहीं कर पाएंगे। खासकर प्रदेश के दूर-दराज के दुर्गम इलाकों में वन रक्षक बीट में नहीं जा पाएंगे। यदि वन रक्षक असुरक्षित महसूस करेंगे तो अमूल्य वन संपदा वनों को बचा पाना मुश्किल हो जाएगा। वन मंत्री के मुताबिक वन रक्षक रवि शर्मा और उसकी टीम ने सराहनीय काम किया है। इसके लिए उन्हें सम्मानित किया जाएगा। ऐसा करने से वन रक्षकों का मनोबल ऊंचा होगा।