B Gang के नाम से जान जाते थे गैंगरेप के आरोपी

Thursday, May 10, 2018 - 01:24 AM (IST)

धर्मशाला/पालमपुर: परौर के जंगलों में हुए गैंगरेप में पकड़े गए आरोपियों को गांव में एक गैंग के नाम से जाना जाता था। आरोपियों के खुलासों के बाद अनेक सवाल उठने शुरू हो गए हैं। सूत्रों के मुताबिक ये लोग अपने कारनामों के लिए इतने चर्चित थे कि गांव में बी. गैंग के नाम से जाने जाते थे। इनके कारनामों के चलते इनका यह नाम लोगों ने रखा था।


एक मोबाइल रिकवर
जानकारी के अनुसार आरोपियों के पास 3 मोबाइल थे जिन्हें उन्होंने बेच दिया था तथा 5200 रुपए प्राप्त किए थे। उक्त 3 मोबाइल में से एक मोबाइल को रिकवर कर लिया है जिसमें उक्त लड़की का वीडियो क्लिप होने की बात कही जा रही है। पता चला है कि मोबाइल से डाटा डिलीट कर दिया है लेकिन पुलिस की मानें तो वह डाटा रिकवर कर लेगी। इसके अलावा 2 मोबाइल जल्द ही यू.पी. पुलिस द्वारा जिला पुलिस को सौंप दिए जाएंगे।


सूचना देने वाले भी राडार पर
वहीं उक्त गैंग को सूचना देने वाले भी राडार पर हैं। उक्त गैंग को सहायता देने वाले भी जल्द ही पुलिस कार्रवाई कर सकती है। लोगों का कहना है कि इस प्रकार की एक और गैंग इस इलाके में सक्रिय है जोकि इस तरह की वारदातें करती है। लोगों का कहना है कि अकेले 5 लोग ही ऐसी वारदातें नहीं कर सकते। इनमें और लोग भी शामिल हैं। पुलिस अब इसकी भी पड़ताल करेगी।


आरोपियों की पूर्व हिस्ट्री भी खंगाली जाएगी
पुलिस जांच में इन आरोपियों की पूर्व हिस्ट्री भी खंगाली जाएगी। पूछताछ के दौरान पुलिस इस बात को भी सुनिश्चित बनाएगी कि क्या ये लोग पूर्व में ऐसी किसी प्रकार की घटना में लिप्त रहे हैं परंतु पुलिस का मानना है कि जब तक उस घटना से संबंधित कोई शिकायत पुलिस के समक्ष नहीं आती है तब तक उन मामलों में कोई ठोस कार्रवाई करना संभव नहीं होगा। उन्होंने अपील की कि यदि किसी के साथ पूर्व में इन आरोपियों द्वारा इस प्रकार की घटना सामने आई है तो वे आगे आएं तथा पुलिस में शिकायत दर्ज करवाएं।


दूसरी वारदातों की भी छानबीन होगी
एस.पी. संतोष पटियाल ने जनता से आग्रह है कि यदि किसी के साथ उक्त युवकों द्वारा कोई वारदात की गई है तो वे बेखौफ होकर सामने आएं। पुलिस मामले की छानबीन करेगी। इसके अतिरिक्त एस.पी.ने उक्त गैंग के एक युवक पर दूसरी वारदात को अंजाम देने पर भी छानबीन करने की बात कही है।


ये उठने लगे सवाल
1. क्या अकेले यही 5 लोग दे सकते हैं वारदातों को अंजाम? अगर कोई और लोग भी उनकी संगीन वारदातों में शामिल थे, अगर हां तो कौन हैं वो?
2. क्या स्थानीय पंचायत को इनके कारनामों की जानकारी थी? अगर हां तो क्यों नहीं लाया गया पुलिस के ध्यान में। अगर नहीं थी तो इतनी वारदातें होती रहीं और पंचायत कहां सोई थी?

Vijay