अब सड़क बनाने में ठेकेदार नहीं कर पाएगा गड़बड़, ऐसे होगी गुणवत्ता की जांच

Saturday, Jun 30, 2018 - 11:48 AM (IST)

धर्मशाला (नरेश): हिमाचल प्रदेश लोक निर्माण विभाग की 700 किलोमीटर सडक़ों की गुणवत्ता की जांच आधुनिक तकनीक से लैस वाहन करेगा। जिला मुख्यालय धर्मशाला में चंबा-कांगड़ा की आधा दर्जन से अधिक सडक़ों की नाप नपाई इस वाहन से होगी। स्कॉर्पियो के टॉप मॉडल वाला वाहन जी.पी.एस., बी.यू.पी. इंडीक्रेटस, ऑडोमीटर, 360 डिग्री कैमरा, ज्योमिट्री, एल.ई.स्क्रीन लोक निर्माण विभाग के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। हिमाचल प्रदेश लोक निर्माण विभाग कांगड़ा जोन के 30 जे.ई. व ए.ई. को प्रशिक्षण देने आए प्रोजैक्ट अभियंता सुरज कुमार ने बताया कि आधुनिक तकनीक से लैस वाहन की रिर्पोट के आधार पर सडक़ों के सालाना नुकसान का त्वरित आकलन होगा। 

 

6500 किमी सड़कों की गुणवत्ता जांची जाएगी
इसके साथ ही इससे सडक़ के दोनों किनारों पर बने इंफ्रास्ट्रक्चर, रोड़ की सतह, प्रयोग में लाई गई सामाग्री समेत अन्य उपयोगी जानकारी एकत्रित होगी। उन्होंने कहा कि गत वर्ष कांगड़ा जोन की 6500 किलोमीटर सडक़ों की गुणवत्ता इससे जांची गई थी। उधर, लोक निर्माण विभाग कांगड़ा जोन के मुख्य अभियंता एस.के. गंजू का कहना है कि आधुनिक तकनीक से लैस वाहन से चंबा-कांगड़ा की 16 सडक़ों की गुणवत्ता जांची जाएगी। शुक्रवार को पहले दिन धर्मशाला-डाड सडक़ की जांच की गई। उन्होंने बताया कि आगामी दिनों में सडक़ों की जांच के साथ-2 विभाग के की-मैन को रिर्सोस पर्सन के द्वारा प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। उल्लेखनीय है अभी तक प्रदेश में सिर्फ 2 ही वाहनों के द्वारा सडक़ों की जांच होगी। 

kirti