सीमैंट का ट्रक लेकर पहुंची लेडी ड्राइवर नीलकमल, तो देखने के लिए उमड़ी भीड़

Saturday, Jun 16, 2018 - 07:53 PM (IST)

ऊना (सुरेन्द्र): ट्रक में सीमैंट लेकर यूं तो हर रोज कई पुरुष ड्राइवर जगह-जगह पहुंचते हैं लेकिन शनिवार को जब सीमैंट लेकर एक ट्रक आया तो उसे देखने के लिए काफी भीड़ एकत्रित हो गई। वास्तव में इस सीमैंट से भरे ट्रक को लेकर एक महिला ड्राइवर पहुंची थी। आमतौर पर ट्रकों को चलाने का एकाधिकार अभी तक पुरुषों का ही माना गया है। इस एकाधिकार को सोलन जिला के तहत अर्की की नीलकमल ठाकुर ने तोड़ा है। जब अर्की से ट्रक लेकर यह महिला ड्राइवर ऊना के बहडाला पहुंची तो उसे देखने व उसके साथ फोटो करने के लिए लोगों की काफी भीड़ उमड़ी। 

पंजाब केसरी के साथ साक्षात्कार के दौरान 36 वर्षीय ट्रक ड्राइवर नीलकमल ने माना कि यह चुनौती भरा काम है लेकिन उनका जज्वा इससे कहीं ऊंचा है। उनका वश चले तो वह ट्रक तो क्या जहाज भी उड़ाने को तैयार हैं। वह कहती हैं कि जब शुरूआती दौर में उन्होंने ट्रक चलाने की पहल की तो दिक्कतें आई। पुरुष ड्राइवरों ने अनेक रोड़े भी अटकाए। हालांकि सीमैंट कंपनी और डीलरों ने उसका साथ दिया। 
नीलकमल कहती हैं कि वह रोजाना सैकड़ों किलोमीटर सफर करती हैं। अपने ट्रक में सीमैंट लादकर जगह-जगह लेकर पहुंचती हैं। जब भी कहीं थकावट होती है तो वह अकेले ही आराम कर लेती हैं। लोग क्या कहते हैं इसकी उन्हें फिक्र नहीं है। जब 2010 में पति की मौत हुई तो उसके बाद ट्रकों की जिम्मेदारी उन पर आ गई। मुश्किल हालात थे। ट्रकों को चलाने वाले ड्राइवर न तो सही हिसाब देते हैं और न ही उनका व्यवहार सही होता है। बस यही एक कारण था कि वह खुद ड्राइवर सीट पर बैठ गई और फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा। 

 

न केवल पूरा हिमाचल बल्कि पंजाब में भी वह ट्रक लेकर जाती हैं। लोग देखते रहते हैं। महिलाओं को वह संदेश देती हैं कि यदि जज्वा हो तो कोई काम मुश्किल नहीं है। किसी का कहीं एकाधिकार नहीं है। ऊना पहुंचने पर बहडाला में नीलकमल को भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती ने हिमाचली शाल और टोपी देकर इस महिला ड्राइवर को सम्मानित किया। भाजपा के जिलाध्यक्ष बलवीर बग्गा और कर्मचारी नेता अशोक धीमान सहित कई अन्य नेतागण भी मौजूद थे। काफी संख्या में महिलाएं नीलकमल को ट्रक चलाते हुए देखने पहुंची और उनके साथ सैल्फियां ली। 

kirti