मंडी-कुल्लू शहर के ऊपर से गुजर रहा कैमरे और उपकरणों से लैस हैलिकॉप्टर, चौंकाने वाला है कारण

Wednesday, Dec 11, 2019 - 01:33 PM (IST)

कुल्लू (दिलीप) : भारत,चीन ,पाकिस्तान की सीमाओं को सुरक्षा की दृष्टि से सुदृढ़ करने के लिए रक्षा मंत्रालय,सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के द्वारा एनएचआईडीसीएस व एयरफोर्स के सहयोग से  मनाली से लेह के बीच ऑल वैदर रोड़ कनेक्टिविटी की सुविधा निर्माण के लिए प्रस्तावित प्रोजेक्ट पर राष्ट्रीय राजमार्ग अब संरचना विकास निगम लिमिटेड के द्वारा एयरफोर्स के एमआई 17 के हेलिकॉप्टर से हिमाचल प्रदेश एवं केंद्र शासित प्रदेश लेह, लद्दाख को जोड़ने के लिए प्रस्तावित 3 टनल निर्माण के लिए भू-गर्भ सर्वेक्षण करने के लिए विदेश से एयरवोर्नप इलेक्ट्रोमैग्नेटिक एंटीना इक्विपमेंट से ज्योग्राफिकल सर्वे शुरू किया गया है। इसके लिए एनएचआईडीसीएल व एयरफोर्स की टीम सहित विदेशी टेक्निकल इंजीनियरों ने 2 दिनों में सफल ट्रायल किया। 2 सप्ताह तक मनाली से लेह के बीच में एयरवोर्नप इलेक्ट्रोमैग्नेटिक एक्यूवमैंट से ज्योग्राफिकल सर्वे करेंगे। जिसके लिए कुल्लू मनाली भुंतर एयरपोर्ट ऑथारिटी के  द्वारा इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोवाइड किया गया है।

नॉर्वे से लाए गए विदेशी एयरवोर्नप इलेक्ट्रोमैग्नेटिक इक्विपमेंट  एंटीना एक्यूमेंट से मनाली लेह के बीच में पड़ने वाले 3 दर्रो के अंदर यह एयरवोर्नप इलेक्ट्रोमैग्नेटिक इक्विपमेंट एंटीना एक्यूमेंट पहाड़ी के अंदर करीब 800 मीटर तक स्कैनिंग करेंगा। जिसमें पहाड़ी के अंदर रॉक,मिट्टी,पानी जैसे तत्वों को स्कैनिंग कर टनल बनाने के लिए फीजिबिलिटी चेक की जाएगी। जिससे इस एयरबोल इलेक्ट्रोमैग्नेटिक एक्यूवर्ट का वजन करीब डेढ़ क्विंटल है जिसे एयरफोर्स के हेलिकॉप्टर mi 17 में लटकार एयरवोर्नप इलेक्ट्रोमैग्नेटिक एक्यूवमैंट एंटीना के  द्वारा हवाई में सर्वे किया जाएगा जिससे 2 सप्ताह तक लगातार यह टीमें मनाली से लेकर बीच में  शिंकुला,तंगलंगला, बारालचुला  दर्रे में  ज्योग्राफिकल हवाई सर्वे किया जाएगा।

कुल्लू मनाली भुंतर एयरपोर्ट के निदेशक नीरज कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि मनाली ने के बीच में 3 टनल  बनाने के लिए फीजिबिलिटी एक्सप्लोरर की जा रही है एयरवोर्न इलेक्ट्रोमैग्नेटिक इक्विपमेंट्स से भू गर्भ  सर्वे किया जा रहा है जिसके लिए नेशनल हाईवे इन्फ्राट्रक्चर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड इसका हवाई सर्वे कर रही है। एयर फोर्स के एमआई 17 हेलीकॉप्टर में विदेशी एक्यूवमेंट एंटीना हैंग किया गया है जिसके तहत मनाली लेह के बीच में 3 टनल बनाने के लिए ज्योग्राफिकल सर्वे किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस विदेशी तकनीक से सर्वे कर पहाड़ियों में टनल बनाने की फिजिबिलिटी  है या नहीं इसकी जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि यह सर्वे करीब 2 सप्ताह तक चलेगा जिसके तहत इस विदेशी तकनीक से देश में पहली बार इस तरह का ज्योग्राफिकल सर्वे किया जा रहा है। 

 उन्होंने कहा कि इन तीनों टनल बनाने की पॉसिबिलिटी एक्सप्लोरर की जाएगी जिसके लिए एयरफोर्स के mi7 के द्वारा नेशनल हाईवे इन्फ्राट्रक्चर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड मिनिस्ट्री ऑफ रोड ट्रांसपोर्ट अफेयर के सहयोग से इस सर्वे को किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया भुंतर का इंफ्रास्ट्रक्चर पर प्रवाइड किया जा रहा है जिसके तहत विदेश से लाए गए एक्यूमंट के द्वारा एनएचआईडीसीएल एयरफोर्स की टीम इन तीनों की फिजिकलिटी मनाली लेह के बीच में आरामदायक सफर बनाने के लिए 3 टनल का निर्माण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सुरक्षा की दृष्टि के लिए भी यह टनल अतिमहत्वपूर्ण है जिससे केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख व  जम्मू ,कश्मीर के लिए जाने वाले पर्यटकों व स्थानीय लोगों के लिए भी इस टनल के बनने के बाद सुविधाजनक सफर मिलेगा। 

टर्मिनल मैनेजर रवि वास्तव ने बताया कि मनाली लेह के बीच में ऑल बैदर कनेक्टिविटी नहीं है जिससे सर्दियों में बर्फबारी के कारण मनाली लेह लदाख के लिए सड़क मार्ग बंद रहता है। जिसके चलते रक्षा मंत्रालय,सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय एयरफोर्स के द्वारा यह प्रोजेक्ट के लिए हवाई सर्वे किया जा रहा है जिसके लिए इस प्रोजेक्ट के लिए टेक्निकल सपोर्ट विदेश से लिया गया है जिसके लिए यह टेक्नोलॉजी भारत में पहली बार किया जिसके लिए मनाली ले के बीच में बनने वाली 3 टनल की फिजिकलिटी चेक की जा रही है कि पहाड़ों के अंदर तनल बुलाने के लिए किस तरह की रोक मिट्टी यह पानी है जिसके द्वारा इस चित्र में टनल बनाने के लिए क्या फीजिबिलिटी है उसको एक्सप्लोरर किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि इन सभी चीजों को इस हवाई सर्वे में जांच पड़ताल की जा रही है जिसमें कुल्लू मनाली भुंतर एयरपोर्ट अथॉरिटी के द्वारा इंफ्रास्ट्रक्चर व अन्य स्पोर्ट पर वाइट कर रहा है। उन्होंने कहा कि इस प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ उनके द्वारा स्मार्ट प्लानिंग के तहत शेडूल फ्लाइट का ऑपरेशन बा जितना हो जिसके लिए इस सर्वे में भी कोई दिक्कत ना हो इसके लिए प्राइटी के तौर पर रखा गया है। उन्होंने कहा कि पिछले 2 दिनों से लेकर इंडियन एयरपोर्ट की की टीम एन एच आई डी सी एल के अधिकारी के द्वारा ट्रायल किया गया है जिसके लिए एयरफोर्स की टीम ने मनाली से ले के बीच में पहले ही हवाई सर्वे किया है और अब इस विदेशी इक्विपमेंट के साथ कल से हवाई सर्वे शुरू किया जाएगा जिसके लिए मनाली से लेकर बीच में तीन टनल बनी है जिसमें शिंकुला,तंगलगला,लाचूंगला दर्रे के नीचे टनल बनेगा जिससे ऑल ऑल वेदर रोड कनेक्टिविटी रहेगी।

Edited By

Simpy Khanna