चम्बा का एक प्रधान जिसने खुद संभाली बीमारों को अस्पताल पहुंचाने की कमान

Saturday, Apr 11, 2020 - 03:55 PM (IST)

ज्वालामुखी, (नितेश) : वैश्विक महामारी कोरोना के भारत में पैर पसारते ही लाखों की संख्या में समाजसेवी संस्थायें बुरे वक्त में समाज के दबे कुचले लोगों की सहायता के लिए आगे आईं हैं। हिमाचल प्रदेश के चम्बा जिले की मसरुण्ड पंचायत का एक प्रधान ऐसा है जिसने अकेले ही असहाय बीमारों को अस्पताल तक पहुंचाने का जिम्मा अपने कंधों पर लिया है। मसरुण्ड के पंचायत प्रधान नरेश रावत ने यह साबित कर दिया है कि बेशक चम्बा का नाम देश के अति पिछड़े जिलों में आता है लेकिन मानवता के नाते यहां के लोग आगे आकर अपना कर्तव्य निभा रहे हैं। 

चंबा से एक बीमार व्यक्ति को आईजीएमसी शिमला ले जाने के बाद यहां से लौटते वक्त ज्वालामुखी में पंजाब केसरी के साथ हुई संक्षिप्त भेंट वार्ता में नरेश रावत बताते हैं कि नर सेवा नारायण सेवा का ध्येय लेकर वह संकट की इस घड़ी में जरूरतमंदों की सेवा में जुटे हैं। उन्होंने बताया कि चम्बा से पठानकोट, चम्बा से टांडा, चम्बा से आईजीएमसी शिमला तक 50 से ज्यादा बीमार व्यक्तियों को स्वास्थ्य लाभ के लिए पहुंचा चुके हैं। उनके अनुसार असहाय पीड़ित व्यक्तियों से वह किसी तरह का किराया नहीं लेते हैं, उनका मकसद सिर्फ ये है कि वह जरूरतमंदों की सहायता कर सकें। 

आपको बता दें कि रावत पंचायत प्रधान होने के साथ साथ एक एनजीओ भी चलाते हैं, जिसमें महिलाओं व बच्चों के कल्याण के लिए कई तरह के कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। जबसे हिमाचल प्रदेश में कोरोना की दस्तक हुई है रावत अपनी संस्था की एम्बुलेंस की ड्राइवर सीट पर हैं। हालांकि संस्था ने इस आपातकाल वाहन के लिए ड्राइवर कि व्यवस्था कर रखी है लेकिन ड्राइवर द्वारा कोरोना कॉल में कोई रिस्क लेने से मना करने के बाद प्रधान ने यहां अपनी जिम्मेदारी को समाज के हित में देखते हुए संकल्प लिया है कि जब तक परिस्थितियां सामान्य नहीं हो जाती तब तक वह खुद ही लोगों की सेवा में हाजिर रहेंगे। 

सांसद शांता ने सांसद निधि से एम्बुलेंस स्वीकृत की थी, अब कई पंचायतों के लोगों की भाग्य रेखा बन चुकी है एम्बुलेंस

उन्होंने बताया कि कांगड़ा चम्बा के पूर्व सांसद शांता कुमार के पदचिन्हों पर चलकर समाज के अंतिम व्यक्ति की सहायता उनका मिशन है। उन्होंने बताया कि जिस एम्बुलेंस से वो जो सेवा कार्य कर रहे हैं। शांता कुमार के आशीर्वाद से हो रहा है। उनके एक निवेदन पर शांता कुमार ने चम्बा कि मुश्किल भौगोलिक परिस्थिति को समझ कर अपनी सांसद निधि से एम्बुलेंस स्वीकृत की थी, जिसके लिए चम्बा की जनता उनका हमेशा आभारी रहेगी। आज मुश्किल वक्त में यह एम्बुलेंस चम्बा की कई पंचायतों के लोगों की भाग्य रेखा बन चुकी है।
 

Edited By

prashant sharma