पौंग झील में 94 और प्रवासी पक्षियों की मौत, 11 कौवे भी मृत मिले

Thursday, Jan 14, 2021 - 08:30 PM (IST)

नगरोटा सूरियां (नंदपुरी): पौंग झील के वन्य जीव अभयारण्य क्षेत्र में मौसम में बदलाव और हिमाचल प्रदेश वाइल्ड लाइफ  विंग द्वारा किए जा रहे प्रयासों से बर्ड फ्लू से होने वाली पक्षियों की मौतों की संख्या में काफी गिरावट आई है। इससे स्थानीय लोगों और पक्षी प्रेमियों ने राहत की सांस ली है। पौंग झील में विदेशी मेहमान परिंदों में बर्ड फ्लू के फैलने से झील से सटे 4 विधानसभा क्षेत्रों में दहशत का माहौल है। विदेशी पक्षियों की फ्लू से हो रही मौतों में कमी से अब लोग घरों से बाहर निकलना शुरू हो गए हैं। पौंग झील में फैले एवियन इनफ्लुएंजा बर्ड फ्लू के प्रकोप से 18वें दिन परिंदों के मरने का आंकड़ा 100 से नीचे आ गया है। बताते चलें कि पहले इनकी मरने की संख्या प्रतिदिन 300 के लगभग थी।

वाइल्ड लाइफ  विभाग की पीसीसीएफ  अर्चना शर्मा ने बताया कि वीरवार को विभिन्न प्रजातियों के 94 प्रवासी पक्षी झील में मृत पाए गए। पौंग झील में बर्ड फ्लू से होने वाली मौतों का आंकड़ा बढ़कर 4836 पहुंच गया है। उन्होंने बताया कि फ्लू को नियंत्रण में करने के लिए पर्यावरण मंत्रालय, वन, जलवायु परिवर्तन मंत्रालय, भारत सरकार और जिला प्रशासन द्वारा निरंतर कार्य किया जा रहा है। हिमाचल प्रदेश वन्य प्राणी विभाग द्वारा गठित रैपिड रिस्पॉन्स टीम से मृत पक्षियों की खोज, संग्रह और निपटान निरंतर जारी है और संक्रमित क्षेत्र को नियमानुसार सैनिटाइज किया जा रहा है। इससे मेहमान परिंदों की बर्ड फ्लू से होने वाली मौतों में कमी आई है।

पशुपालन विभाग के उपनिदेशक डॉ. संजीव ने बताया कि वीरवार को 11 कौवे मृत पाए गए, जिनको पशुपालन विभाग की टीम द्वारा नियमानुसार डिस्पोज ऑफ  किया गया। उन्होंने कहा कि विभाग संक्रमण को रोकने के लिए निरंतर प्रयासरत है।

Vijay