9 महीने पहले बेघर हुए कुष्ठ रोगियों को मिलेंगे नए आशियाने, पढ़ें पूरा मामला (Video)

Thursday, May 03, 2018 - 04:21 PM (IST)

ऊना (अमित): 9 महीने पहले रेलवे की भूमि से अवैध निर्माण हटाए जाने के बाद बेघर हुए कुष्ठ रोगियों के आशियाने जल्द ही बनकर तैयार हो जाएंगे। बताया जाता है कि हाईकोर्ट के आदेशों के बाद यहां 7 निर्माणों को तोड़ा गया था, जिसमें 4 मंदिरों, एक गौशाला, एक सरकारी स्कूल और एक कुष्ठ आश्रम शामिल था। अवैध कब्जे हटाए जाने के बाद सबसे ज्यादा नुक्सान कुष्ठ आश्रम का ही हुआ था, क्योंकि इसमें 20 के करीब परिवार रह रहे थे, जिससे यह सभी परिवार खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर थे। 


पिछले लंबे समय से कुष्ठ रोगी प्रशासन से रहने की व्यवस्था करने की मांग उठा रहे थे, लेकिन IAS अधिकारी राकेश प्रजापति द्वारा ऊना में बतौर डीसी पदभार ग्रहण करने के कुछ ही दिनों में कुष्ठ रोगियों की चिरलंबित मांग को पूरा करने की ओर विशेष कदम उठाने शुरू किए हैं। डीसी राकेश प्रजापति ने कोटला खुर्द के समीप कुष्ठ आश्रम के लिए आवंटित जमीन का दौरा किया। डीसी ने कहा कि जल्द ही कुष्ठ आश्रम में रह रहे परिवारों को प्री-फैबरिकेटिड ढांचा तैयार कर रहने की सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी। 


उन्होंने कहा कि सरकार ने कुष्ठ आश्रम के लिए हिमोत्कर्ष कॉलेज के समीप लगभग 3 कनाल भूमि उपलब्ध करवाई है तथा जब तक विस्थापित 21 परिवारों को स्थाई आवास की सुविधा नहीं मिल जाती तब तक उन्हे फ्री-फैबरिकेटिड ढ़ांचा तैयार कर रहने की सुविधा मुहैया करवाई जाएगी। उन्होंने कहा कि प्री-फैबरिकेटिड ढांचा तैयार करने के लिए लगभग 15 से 20 लाख रुपए खर्च आएगा। वहीं जल्द ही अपने आशियानों में जाने की सूचना मिलते ही कुष्ठ रोगियों के चेहरे खिल उठे हैं। कुष्ठ रोगियों ने कहा कि घर टूटने के बाद से वो खुले आसमान के नीचे ही सर्दियां और गर्मियां बिताने को मजबूर थे लेकिन अब प्रशासन ने उनकी सुध ली है। कुष्ठ रोगियों ने डीसी ऊना का आभार भी जताया है। 

Ekta