हिमाचल में 22 लाख उपभोक्ताओं को संभाल रहे 8 हजार कर्मचारी, जानिए पूरा मामला

Sunday, Jul 07, 2019 - 08:23 PM (IST)

पालमपुर (मुनीष): हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड में कर्मचारियों की भारी कमी के कारण व्यवस्था चौपट होने लगी है। बावजूद इसके न तो नई भर्तियों के लिए सरकार गंभीर नजर आ रही है और न ही विद्युत बोर्ड। यह बात शनिवार को पालमपुर में आयोजित हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड यूनियन की स्थानीय इकाई के सम्मेलन में सामने आई। सम्मेलन को संबोधित करते हुए प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप सिंह खरवाड़ा ने कहा कि विद्युत बोर्ड लिमिटेड में रिटायरमैंट की पतझड़ लगी है, लेकिन नई भर्तियों को लेकर न सरकार और न ही बोर्ड कुछ कर पा रहा है। हर वर्ष बोर्ड से करीब 1800 कर्मचारी सेवानिवृत्त हो रहे हैं। नई भर्तियां न हो पाने की वजह से कर्मचारियों पर काम का बोझ बढ़ता जा रहा है और कर्मचारी तनाव ग्रस्त होने लगे हैं। 

वर्ष 1991 में प्रदेश में बिजली उपभोक्ताओं की संख्या करीब 10 लाख थी और परिचालन विंग में तकनीकी कर्मचारियों की संख्या 10,050 थी, लेकिन अब विद्युत बोर्ड की छोटी-बड़ी लाइनों व उपभोक्ताओं की संख्या में 209 प्रतिशत की बढ़ौतरी हुई है और आज उपभोक्ताओं की संख्या 22 लाख को पार कर गई है, जबकि तकनीकी कर्मचारियों की संख्या आऊटसोर्स कर्मचारियों को मिलाकर मात्र लगभग 8000 रह गई है। विद्युत बोर्ड के प्रबंधक वर्ग द्वारा 11 अगस्त, 2017 को स्टाफ की भर्ती के लिए मौजूदा कार्यभार के मुताबिक नए मापदंड निर्धारित करने व नए नियम बनाने के लिए मुख्य अभियन्ता सैंट्रल जोन मंडी की अध्यक्षता में आठ सदस्यीय कमेटी का गठन किया जोकि अपनी रिपोर्ट बिजली बोर्ड के प्रबंधक वर्ग को सौंप चुकी है।

कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि वर्ष 2006 में निर्धारित मापदंडों के मुताबिक परिचालन विंग में 19,686 तकनीकी कर्मचारियों की जरूरत है। आज बिजली बोर्ड के अन्दर चौकीदार, चपरासी, स्वीपर की भारी कमी होने की वजह से कार्यालयों की साफ-सफाई व अन्य कार्य निपटाने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। आज प्रदेश में विद्युत व्यवस्था को सुचारू बनाए रखना एक गंभीर चुनौती बन चुका है। कुलदीप खरवाड़ा ने कहा कि यूनियन का 16वां महाधिवेशन 25-26 सितम्बर को हमीरपुर में किया जा रहा है, जिसमें प्रदेश भर से हजारों कर्मचारी हिस्सा लेंगे और यूनियन की नई कमेटी का गठन भी करेंगे।

यूनियन के महाधिवेशन में कर्मचारियों से जुड़े मुद्दों को प्राथमिकता के आधार पर उठाया जाएगा। शनिवार को हुए सम्मेलन में यूनियन के उपमहासचिव जगमेल सिंह ठाकुर, वरिष्ठ उपाध्यक्ष कामेश्वर शर्मा, जितेंद्र ठाकुर, सुनीता कुमारी, मुख्य संगठन सचिव मनोज सूद, धर्मशाला इकाई के प्रधान राजिंद्र कुमार, बैजनाथ इकाई के प्रधान दीप राज, कांगड़ा इकाई के सचिव गुलशन कुमार, पूर्व मुख्य संगठन सचिव ओ.पी. शर्मा, पूर्व सलाहकार अमरनाथ सेठी व स्थानीय इकाई के प्रतिनिधियों ने भी कर्मचारियों को संबोधित किया।

Ekta